उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कर्ज के बोझ तले दबे होने की वजह से एक दंपति ने मौत को गले लगा लिया. खुदकुशी करने से पहले इस दंपति ने जो सुसाइड नोट लिखा है उसे जानकर आप चौक जाएंगे.सुसाइड नोट में लिखा गया है, पिता आपको संपत्ति मुबारक हो, आपको बेटियां मुबारक मुझे आपकी संपत्ति से एक कौड़ी नहीं लेना, आज हम पति-पत्नी दोनों सुसाइड कर रहे हैं. यह शब्द मृतक विवेकानंद दूबे और उनकी पत्नी माधुरी दूबे की है जिन्होंने सल्फास की गोलियां खाकर खुदकुशी कर ली.
इस मामले में पिपराइच थाना प्रभारी सूरज सिंह ने बताया कि विवेकानंद दूबे गोरखपुर में पंडिताई कर खुशीपूर्वक जीवन बिता रहे थे. उन्होंने फाइनेंस द्वारा एक ऑटो लिया था जिसे वो चलाते थे और पूजा पाठ भी कराते थे.
थाना प्रभारी ने कहा, ‘दंपति जंगल धूषण में एक किराए के मकान में रहते थे और धीरे-धीरे कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे थे. बच्चे ना होने की वजह से भी परेशान थे. इस बीच कर्ज को लेकर आए दिन उनसे देनदारों की कहासुनी भी हुआ करती थी.
पुलिस के मुताबिक इसके बाद पति-पत्नी कुंठा में रहने लगे और 8 तारीख कि रात में जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी. पुलिस ने बताया कि माधुरी कमरे में मृत पड़ीं थी और कमरे से 100 मीटर की दूरी पर विवेकानंद दूबे का शव पड़ा हुआ था.
पुलिस अधिकारी ने कहा, वहीं पर सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा गया था कि पिता द्वारा उपेक्षित होने के कारण और बेटियों को ज्यादा सम्मान देने की वजह से हमलोग सुसाइड कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक शख्स अपने पिता से नाराज था और इसी वजह से ऐसा कदम उठा लिया.