पवन एक्सप्रेस में पार्सल वैन नहीं जोड़ने के निर्णय के खिलाफ शनिवार को लीची किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। लीची की खेप मुंबई भेजने के लिए पर्याप्त सुविधा देने की मांग को लेकर रेलवे के खिलाफ नारेबाजी की। इस मसले पर जिला प्रशासन से हस्तक्षेप करने की मांग की। किसान 20 मई को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर आंदोलन करेंगे। इस दौरान वे पवन एक्सप्रेस को रोकेंगे। प्रदर्शन के बाद किसानों ने डीडीसी आशुतोष द्विवेदी से बातचीत की।
किसानों की मांग पर डीडीसी ने मंडल रेल प्रबंधक नीलमणि से बातचीत की। उन्होंने पूर्व मध्य रेलवे के जीएम की ओर से पार्सल वैन की बुकिंग रद्द किए जाने की जानकारी दी। इसके बाद जीएम संपर्क से किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। इसके बाद नई दिल्ली स्थित कृषि मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत की गई। कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने इस संबंध में सोमवार को रेल मंत्रालय के साथ बातचीत कर उचित पहल करने का आश्वासन दिया। लीची किसान उत्पादक संघ के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने डीडीसी को एक ज्ञापन सौंपा।
पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने कहा, ‘पवन एक्सप्रेस के बदले मुंबई जाने वाली दूसरी ट्रेनों में पार्सल वैन जोड़ी जाएगी। इसके लिए किसानों से बातचीत की जा रही है। सोनपुर रेल मंडल के वाणिज्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं।’
कृषि मंत्रालय की ओर से रेलवे को था निर्देश
लीची किसान विजय कुमार, मोहम्मद अली, रामबाबू राय व अमरेश कुमार ने बताया कि मुंबई लीची का सबसे बड़ा बाजार है। वहां लीची भेजने के लिए ट्रेन ही एकमात्र विकल्प है। पवन एक्सप्रेस में अविलंब दो पार्सल बोगी जोड़ी जाए। इसके लिए कृषि मंत्रालय की ओर से रेलवे को पूर्व में निर्देश दिया गया था। किसानों ने बताया कि लीची को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, बाजार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। इससे क्षति हो रही है। लीची मुंबई भेजने जाने से रेलवे को बड़ी आमदनी होती है। किसानों की मांग पर बीते साल एक माह के लिए पवन एक्सप्रेस में पार्सल वैन जोड़ी गई थी।