सीतामढ़ी मंडल कारा सीतामढ़ी के वार्डों में बंदियों के भीड़ कम करने के लिए जल्द ही परिसर में नये वार्ड का निर्माण कराया जायेगा। इससे वार्डों में क्षमता से अधिक कैदियों की भीड़ कम होगी। नये भवन निर्माण के लिए विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद भवन प्रमंडल विभाग ने निविदा का प्रकाशन कर दिया है। जल्द ही भवन निर्माण की टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद भवन निर्माण की कवायद शुरू की जायेगी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जेल के वार्डों से बंदियों की भीड़ कम करने के लिए दो करोड़ 12 लाख 70 हजार 700 की लागत से 198 क्षमता के अतिरिक्त पुरुष बंदी कक्ष का निमार्ण कराया जाना है। इसके बाद जेल में करीब आठ सौ कैदियों की रखने की क्षमता हो जायेगी। हाल ही में जेल प्रशासन को बंदियों को रखने के कारा परिसर में ही नया भवन सुपुर्द किया गया है। इसके बाद कैदियों के रखने की 580 हुई है। इससे पहले जेल में कैदियों के रखने की क्षमता करीब 367 थी।
जेल में क्षमता से तीन गुना अधिक बंदी हैं कैद:वर्तमान में पुरुष व महिला बंदी मिलाकर 580 कैदियों की रखने की क्षमता है। लेकिन सीतामढ़ी जेल में क्षमता से तीन गुना अधिक करीब 19 सौ से अधिक बंदियों को रखा गया है। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि जेल में बंद विचाराधीन बंदी किस परिस्थित में अपना समय व्यतीत करते होंगे। जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में 508 पुरुष और 72 महिला बंदियों के रखने की क्षमता है। इसके बदले में 18 सौ के करीब पुरूष बंदी और करीब 125 महिला बंदी जेल में बंद है। जेल में क्षमता से तीण गुणा अधिक करीब 19 सौ से अधिक बंदियों को रखा गया है। इससे परेशानी होती है।
केवल शराब कांड में ही बंद हैं 1160 बंदी
जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, विभिन्न मामलों में गुरुवार तक 1830 पुरूष बंदी और 125 महिला बंदी को रखा गया है। इसमें केवल शराब कांड में 1160 बंदी बंद है। जेल प्रशासन ने बताया कि 11 सौ पुरूष बंदी और 60 महिला बंदी शराब कांड में जेल में बंद है। हालांकि, ये आंकड़े प्रत्येक दिन जमानत मिलने और नये लोगों के पकड़े जाने से बदलता रहता है।
स्रोत हिंदुस्तान