सीतामढ़ी। जिले में लापरवाह 743 स्कूलों ने विभागीय आदेश का अनदेखी कर चार माह बाद भी ‘ एक पेड़ मां के नाम अभियान शुरु नहीं की है और नहीं अभियान से संबंधित फोटोग्राफ विभागीय पोर्टल पर अपलोड किया है। ऐसे लापरवाह स्कूलों के हेडमास्टरों से शो-कॉज किया गया है। इन स्कूलों ने विभाग द्वारा बार-बार स्मारित करने के चार माह बाद भी अब तक पौधरोपण का कार्य न तो शुरु कराया है। इसके कारण राज्य स्तरीय समीक्षा में जिले की फजीहत हुई है। बच्चों से पौधरोपण कराने में उदासीनता के कारण सीतामढ़ी लक्ष्य से कोसों दूर पिछड़ गया है। इस स्थिति पर डीईओ राघवेन्द मणि त्रिपाठी ने गहरी नाराजगी जताई है।
उन्होंने मामले में जिले के 743 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों, प्रभारी प्रधानाध्यापकों को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि विभागीय आदेश के तहत स्कूलों को पांच जून से 30 सितंबर तक स्कूल व आसपास में छात्र-छात्राओं द्वारा पौधरोपण किया जाना है। साथ ही पूर्व वर्ष में तथा वर्तमान में लगाए गये पौधों की देखभाल भी सुनिश्चित की जानी है। जिले के बच्चों द्वारा पौधरोपण करते हुए मां के साथ या लगाए गये पौधा की देखभाल करते हुए लिए गये फोटोग्राफ मिशन लाइफ पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। इसके लिए प्रति स्कूल कम से कम 70 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन संबंधित स्कूलों का फोटो अपलोड करने की प्रगति शुन्य है, इसके कारण जिले की प्रगति राज्य स्तर पर संतोषजनक नहीं है।
यह स्थिति उच्चाधिकारी केआदेश की अवहेलना, मनमानेपन तथा कार्य के प्रति लापरवाही व उदासीनता बताया गया है। मालूम हो कि राज्य कार्यालय द्वारा जिले को 2,00,620 पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है। जबकि अब तक करीब एक लाख पौधे ही लगाए जा सके हैं। सीतामढ़ी, जिले में पौधरोपण लक्ष्य के लिए सरकारी व निजी कुल 2872 स्कूल हैं। इसमें 2232 सरकारी स्कूल शामिल हैं। सोमवार को जारी राज्य स्तरीय रिपोर्ट के अनुसार 256 सरकारी स्कूलों व 487 निजी स्कूलों ने अब तक इस अभियान में पीछे हैं। बताया गया है कि उक्त स्कूलों ने अब तक पौधरोपण अभियान की शुरुआत भी नहीं की है, जबकि निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित है और इस बीच दुर्गा पूजा का अवकाश भी रहेगा। इस परिस्थिति में निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना मुश्किल दिख रहा है। डुमरा में सबसे अधिक 161 स्कूलों ने नहीं शुरु कराया पौधरोपण अभियान: जिले के डुमरा प्रखंड में सबसे अधिक 161 स्कूलों ने अब तक पौधरोपण अभियान शुरु नहीं कराया है।
इसमें 15 सरकारी स्कूल व 146 निजी स्कूल शामिल बताया गया है। इसी तरह रुन्नीसैदपुर में 114 स्कूलों में 69 सरकारी व 114 निजी स्कूल, बथनाहा में एक सरकारी व 23 निजी स्कूलों ने पौधरोपण अभियान शुरु नहीं किया है। इसी तरह बाजपट्टी में 24, बथनाहा में 27, बेलसंड में 14, बोखड़ा में 28, चोरौत में 21, मेजरगंज में नौ, नानपुर में 27, परिहार में 92, परसौनी में 13, पुपरी में 35, रीगा में 20, सोनबरसा में 80 स्कूलों ने पौधरोपण अभियान शुरु नहीं किया है। इसी तरह सुप्पी में 14, सुरसंड में 40 सरकारी व निजी स्कूल पौधरोपण अभियान में दिलचस्पी नहीं ले रहे है। इसमें सुरसंड के 14 सरकारी स्कूल व 26 निजी स्कूल शामिल है। वहीं सुप्पी में दो सरकारी स्कूल व 12 निजी स्कूलों ने सरकारी आदेश का अनदेखी कर अब तक पौधरोपण अभियान शुरु नहीं कराया है। बिहार शिक्षा परियोजना के भीएसएस मीडिया संभाग प्रभारी आलोक रंजन ने बताया कि राज्य स्तरी रैंकिंग में जिले की खराब प्रदर्शन के लिए उक्त संबंधित स्कूलों को जिम्मेवार माना गया है। यदि समय रहते स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो कार्रवाई होना तय है।
