सीतामढ़ी बैरगनिया: आर्थिक तंगी और कठिनाइयों के बावजूद मेहनत और संघर्ष से बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास कर पीएचईडी विभाग में सब-डिवीजनल अधिकारी (SDO) बनीं मेघानी आर्या की सफलता के जश्न में कानू कल्याण महासभा, सीतामढ़ी का एक प्रतिनिधिमंडल ने उनका हृदय से स्वागत और सम्मान किया।
जिलाध्यक्ष रामेश्वर साह के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल मेघानी के पैतृक आवास बैरगनिया पहुंचा, जहां उनके पिता अरुण कुमार, जो एक जड़ी-बूटी दवा विक्रेता हैं, माता रंजना गुप्ता और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। संगठन की ओर से मेघानी को प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत-सम्मान किया गया। पूर्व सैनिक अनिल कुमार ने मेघानी के परिवार का संगठन के सदस्यों से परिचय कराया।
मेघानी ने आर्थिक तंगी के कारण प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हुए दूसरे प्रयास में 767वां स्थान हासिल कर BPSC परीक्षा में सफलता पाई। उन्हें PHED विभाग में SDO के पद पर नियुक्ति मिली है। जिलाध्यक्ष रामेश्वर साह ने इस उपलब्धि को बेहद सराहनीय बताते हुए कहा कि मेघानी ने विपरीत परिस्थितियों में अपनी मेहनत, लगन और समर्पण से यह मील का पत्थर हासिल किया है, जिससे पूरे जिला की बेटियों के लिए प्रेरणा का सृजन हुआ है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल जिला परिषद सदस्य जानकी देवी एवं उनके पति चंचल कुमार ने मेघानी के परिवार को अंगवस्त्र भेंट कर बेलसंड की प्रसिद्ध जलेबी खिलाकर मुंह मीठा कराया। उन्होंने कहा कि मेघानी ने यह सफलता समस्त सीतामढ़ी जिले की बेटियों के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है। उनकी यह उपलब्धि परिवारों व पढ़ाई कर रहे सभी बच्चों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
इस अवसर पर कानू कल्याण महासभा के कोषाध्यक्ष रामजिनिश गुप्ता, महामंत्री अशोक साह, महासचिव रामजी साह, गुड्डू कुमार, स्थानीय नेता ओम प्रकाश, भोला साह, अमरनाथ साह, शम्भु साह एवं मेघानी के चाचा धीरज कुमार, कौशल कुमार, सुशील कुमार, संतोष कुमार, भाई कुमार मंगलम, अनमोल, अनुराग, बहन गुनगुन और रिशु आर्या सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
मेघानी आर्या की यह उपलब्धि सिर्फ उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि समस्त सीतामढ़ी जिले के भीतर के तमाम संघर्षरत युवाओं के लिए भी मिसाल है। यह साबित करती है कि कठिनाइयों के बावजूद अगर ठान लें तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं होता।
