सीतामढ़ी में लगातार कड़ी धूप और उमस ने आमजन के साथ किसानों की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। मंगलवार से तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लोग सुबह आठ बजे के बाद घर से बाहर निकलने से बचने लगे। वहीं बारिश की कमी से मौसमी बीमारियों का खतरा भी मंडराने लगा है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. राम ईश्वर प्रसाद ने बताया कि अगले 24 घंटे में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इससे तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी और लोगों को आंशिक राहत मिलेगी। हालांकि उमस से अभी निजात नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि तीन दिनों के बाद अच्छी बारिश होने की संभावना है, जिससे मौसम सुहाना होगा।
धान की बढ़वार पर संकट
लगातार धूप और नमी की कमी से धान की फसल प्रभावित हो रही है। पौधा वैज्ञानिक सच्चिदानंद प्रसाद ने बताया कि इस समय धान में कल्ले बनने की अवस्था है, लेकिन खेतों में पानी की कमी से बढ़वार रुक रही है। वहीं हल्की बारिश से खेतों में खरपतवार तेजी से फैल रहे हैं, जो पौधों के पोषक तत्वों को खत्म कर रहे हैं।
पीलापन और लालपन से बचाव जरूरी
वैज्ञानिक ने किसानों को चेताया कि मौजूदा मौसम में धान की पत्तियों में पीलापन और लालपन की समस्या आ सकती है। बचाव के लिए किसानों को छिड़काव करना जरूरी है।
- पीलापन दिखे तो मैनकोजेब 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़कें।
- लालपन की समस्या पर अस्ट्रोपटोसाइक्लिन 1 ग्राम प्रति 5 लीटर पानी और कॉपर ऑक्सी क्लोराइड 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।यह छिड़काव सात दिन के अंतराल पर दो बार करना होगा।
संध्या के समय करें छिड़काव
उन्होंने विशेष रूप से सलाह दी कि छिड़काव हमेशा शाम को करें। इससे पौधों को अधिक लाभ मिलेगा और दवा का असर लंबे समय तक रहेगा।
