सीतामढ़ी जिले में पेयजल संकट, किसानों की बदहाली और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को लेकर बाजपट्टी विधायक मुकेश कुमार यादव का 7 सितंबर से डुमरा के अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर शुरू हुआ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सोमवार देर रात समाप्त हो गया । इससे पूर्व सोमवार कि सुबह लोक स्वास्थ्य अभियंता और सहायक अभियंता अनशन स्थल पहुंचे। अधिकारियों ने दावा किया कि जिले के 52 पंचायतों में कोच (हैंडपंप व जलस्रोत) लगाए गए हैं। लेकिन, जब ग्रामीणों से इसकी जानकारी ली गई तो यह सूची पूरी तरह झूठी निकली। ग्रामीणों ने साफ कहा कि पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है और कई पंचायतों में आज भी लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। इसने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
विधायक मुकेश कुमार यादव ने अनशन के दौरान पांच प्रमुख मांगें रखीं। रात करीब साढ़े दस बजे डीएम रिची पाण्डेय डुमरा अंबेडकर प्रतिमा स्थल पहुंचे। उन्होंने अनशन कर रहे विधायक मुकेश यादव से वार्ता किया। कहा कि वे लगातार दो दिन रविवार और सोमवार को जल संकट को लेकर समीक्षा बैठक की है। सभी क्षेत्रों में इस समस्या के प्रभावी समाधान के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। विधायक की सभी मांगों पर त्वरित कार्रवाई हो रही है। लापरवाही को लेकर कार्रवाई भी की जा रही है। इसके बाद डीएम ने विधायक को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया। वही विधायक मुकेश यादव को तबीयत खराब होने को लेकर पीएचसी डुमरा में भर्ती कराया गया है।
धरना स्थल पर विधायक के समर्थन में बड़ी संख्या में नेता और जनप्रतिनिधि जुटे। जिला पार्षद नन्द कुमार यादव, उप प्रमुख सुधीर कुंवर, राजद नेता हरिओम शरण, किसान नेता प्रो. आनंद किशोर, मुखिया बिन्दु यादव, मुखिया विनोद कुमार निराला, पूर्व मुखिया शकील अहमद, मुखिया प्रतिनिधि कृष्ण कुमार, सरपंच मो. इजहारूल, सरपंच कुलदीप यादव, हरि किशोर कुशवाहा, सत्येन्द्र चौरसिया सहित सैकड़ों गणमान्य लोग लगातार अनशन स्थल पर मौजूद रहे। सभी ने कहा कि प्रशासन जब तक विधायक की मांगें नहीं मान लेता, आंदोलन जारी रहेगा।
