बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण बदलते दिख रहे हैं. कभी बीजेपी के समर्थक माने जाने वाले अब राजद के करीब आते दिख रहे हैं, और उनका समर्थन खुद तेजस्वी यादव भी कर रहे हैं. इनका नाम है भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव. इस बार बिहार के पर्यटन को लेकर दोनों की राय एक नजर आ रही है.
खेसारी लाल यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्य की अपार संभावनाओं को उजागर करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील की है. तेजस्वी यादव ने इस मौके पर अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को भी याद दिलाया. यह पहला मौका नहीं है जब खेसारी का खुलकर स्वागत हुआ हो. इससे पहले वह लालू प्रसाद यादव से भी मिलकर आशीर्वाद ले चुके हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या नवरात्र के बहाने बिहार में कोई नया चुनावी समीकरण बन रहा है. भविष्य में इसका निर्णय तो समय बताएगा, लेकिन राजनीतिक माहौल में कुछ भी संभव है.
बिहार में कुल 9 शक्तिपीठ, पर अफसोस
खेसारी लाल यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि बिहार में कुल 9 प्रमुख शक्तिपीठ हैं, जिनमें पटना, गया, मुंगेर, सासाराम, सहरसा, छपरा, नवादा और नालंदा शामिल हैं. उन्होंने अफसोस जताया कि इस तथ्य को बहुत कम लोग जानते हैं. खेसारी के अनुसार, यदि इन धार्मिक स्थलों का सही तरीके से प्रमोशन किया जाता तो आज बिहार देश और दुनिया के पर्यटकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण बन चुका होता. उन्होंने कहा कि धार्मिक यात्रा के साथ-साथ होटल, गाइड, ट्रांसपोर्ट, लोकल हैंडिक्राफ्ट और खाने-पीने के विकल्पों से बिहार में रोजगार के नए अवसर खुल सकते हैं.
तेजस्वी ने जताई सहमति
वहीं, तेजस्वी यादव ने खेसारी की बातों से सहमति जताई और लिखा कि बिहार में जितने अधिक ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं, उतने किसी अन्य राज्य में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि 17 महीनों की सरकार में उन्होंने चुनौती स्वीकार करते हुए पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी खुद ली और बिहार के पर्यटन स्थलों की देश-विदेश में ब्रांडिंग की.
अपने कार्यकाल का दिया आकड़ा
तेजस्वी ने दावा किया कि इस प्रयास का परिणाम यह रहा कि साल 2023 में रिकॉर्ड 8 करोड़ 21 लाख से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक बिहार घूमने आए, जो राज्य के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हुआ. उन्होंने माना कि अभी पर्यटन क्षेत्र में बहुत काम किया जाना बाकी है, लेकिन सभी के सहयोग से इसे पूरा किया जाएगा. खेसारी और तेजस्वी की यह साझा पहल बताती है कि बिहार पर्यटन में अपार संभावनाएं हैं. बस जरूरत है इन्हें पहचानने और संगठित प्रयासों के जरिए दुनिया के सामने लाने की.
राजनीति में छाए हुए हैं भोजपुरी स्टार
राजनीति में भोजपुरी स्टार्स का भी बोलबाला है. मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल निरहुआ और विनय बिहारी ने राजनीतिक पारी को मजबूती से खेला है. वहीं, पावर स्टार्स जैसे पवन सिंह, रितेश पांडे और खेसारी लाल यादव अब मुख्य राजनीति में आने के लिए तैयार हैं. पवन सिंह ने शुरुआत बीजेपी से की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में मनचाही सीट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव भी लड़ा. इस दौरान खेसारी लाल यादव ने बीजेपी छोड़कर उनके प्रचार में सक्रिय समर्थन दिया. वहीं, रितेश पांडे ने हाल ही में जन सुराज पार्टी जॉइन की है और अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. इस तरह भोजपुरी सिनेमा से जुड़े स्टार्स का राजनीतिक मंच पर सक्रिय होना अब सामान्य प्रवृत्ति बनता जा रहा है. उनके कदम आगामी चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकते हैं.
