सीतामढ़ी नगर निगम क्षेत्र में स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज योजना की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी रिची पांडेय ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने आज गौशाला चौक के पास निर्माणाधीन कार्यस्थल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्य की प्रगति, गुणवत्ता, निर्माण मानकों और वर्तमान स्थिति का विस्तृत जायजा लिया।
निरीक्षण के समय नगर आयुक्त गजेंद्र प्रसाद सिंह, बुडको के अधिकारी, निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी के प्रतिनिधि और डीसीएलआर सदर भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने बुडको के अधिकारियों और कार्य एजेंसी की बेहद धीमी कार्य प्रगति पर गंभीर असंतोष व्यक्त किया।
विकास परियोजना में लापरवाही नहीं होगी मंजूर
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस महत्वपूर्ण शहरी विकास परियोजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्य एजेंसी से तुरंत स्पष्टीकरण मांगा जाए और निर्धारित समय सीमा में कार्य में तेजी लाकर योजना को समय पर पूरा किया जाए।
श्री पांडेय ने बताया कि स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज योजना शहर के जलनिकासी तंत्र को मजबूत बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी ढिलाई से बरसात और जल-जमाव की स्थिति पर सीधा असर पड़ता है, जिससे नागरिकों को असुविधा होती है। उन्होंने निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता न करने पर जोर दिया और सभी कार्यों को निर्धारित मानकों के अनुरूप करने का निर्देश दिया।
अतिक्रमणों के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमणों के विरुद्ध तत्काल और सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम, सड़क निर्माण और शहरी रखरखाव के बीच उचित समन्वय आवश्यक है ताकि कार्य प्रभावित न हों।
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को सीतामढ़ी नगर निगम क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत, पुनर्निर्माण और समुचित रखरखाव के लिए त्वरित कदम उठाने को कहा। उन्होंने जोर दिया कि नागरिकों को मूलभूत शहरी सुविधाएं सुगमता से उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

