हिंदुस्तान में डाटा हब की बात कहीं भी हो सभी लोगों के ज़ेहन में सिर्फ़ तीन जगहों का नाम ही आता है। जिसमे बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे का नाम शामिल है। लेकिन अब डाटा हब के लिए बिहार को भी लोग जानने लगेंगे। बैंगलुरु, हैदराबाद की तरफ़ रुख करने वाली आईटी कंपनियां अब बिहार में भी आईटी हब विकसित करना चाहती हैं। डाटा केंद्र स्थापित करने के लिए बिहार के आईटी विभाग को 817 करोड़ रुपये का प्रस्ताव मिला है।
सीएम नीतीश कुमार के पास भेजा जाएगा प्रस्तावडाटा केंद्र स्थापित करने ‘व्यूनाउ’ ( आईटी, आधारित संगठन) से यह प्रस्ताव दिया है। डेटा प्रबंधन और कंप्यूटिंग जरूरतों के व्यापक समाधान में इस संगठन को महारत हासिल है। बिहार के मंत्री जिवेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रस्ताव के मूल्यांकन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास अंतिम मंजूरी के लिए भजेंगे। उन्होंने ख़ुशी का इज़हार करते हुए कहा कि बिहार में निवेशक आईटी उद्योग में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यह बगुत ही गर्व की बात है। इस तरह बिहार के युवाओं को अन्य राज्यों में रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा। बिहार के छात्रों को अपने प्रदेश में रोज़गार के अवसर मिलने लगेंगे।
पटना को बनाया जाएगा आईटी हबआईटी विभाग की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक पटना को आईटी हब बनाया जाएगा। इसके साथ बिहार के चार शहरों को डाटा सेंटर बनाया जाएगा। ग़ौरतलब है कि पटन में मास्टर हब के लिए 100 रैक के साथ चार टियर डाटा सेंटर का बनाया जाएगा। इसके लिए 1.2 मेगावाट की आईटी लोड के साथ और 40 एज डेटा सेंटर का नेटवर्क भी रहेगा। पहले चरण में जो चार शहरों में डाटा सेंटर बनाने की तौयारी की जा रही है। उसमें भागलपुर, पूर्णिया, दरभंगा और बक्सर जिले का नाम शामिल है। लगभग 2.4 मेगावाट कुल बिजली का पूर्ण आईटी लोड पर इस्तेमाल होगा।