वैशालीः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज वैशाली स्थित वैशाली गढ़ पर निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप का निरीक्षण करने पहुंचने वाले थे. इसको लेकर तैयारियां जोरों पर था. इस कार्यक्रम को कवर करने के लिए यहां मीडियाकर्मियों का भा जमावड़ा था. ऐसे में वैशाली में जहां सीएम का आगमन होना ता वहां उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मियों ने मीडियाकर्मियों से ना सिर्फ बदसलूकी की बल्कि अपशब्द भी कहे.
बताया जाता है कि इस बात की सूचना सीएम नीतीश कुमार के वहां पहुंचने पर उन्हें दी गई. इस घटना की शिकायत जब मीडियाकर्मियों ने सीएम से की तो सीएम ने तुरंत दोषी पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया और मीडियाकर्मियों को आश्वस्त किया कि उनके साथ हुई बदसलूकी की जांच की जाएगी.
बता दें कि 320 करोड़ की लागत से वैशाली में बन रहे बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का अवलोकन करने के लिए सीएम को आना था. जिसे कवर करने के लिए मीडियाकर्मी भी पहुंचे थे. लिहाजा सीएम के आने से पहले जब मीडियाकर्मी मुख्य कार्यक्रम स्थल से दूर खड़े थे इसी बीच महनार एसडीपीओ ने आकर मीडियाकर्मियों से बदसलूकी की और इसके साथ अपशब्द कहते हुए धक्के मार कर मीडियाकर्मियों को बाहर करने का प्रयास किया.
बता दें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज वैशाली स्थित वैशाली गढ़ पर निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप का निरीक्षण किया. गौरतलब है कि यह संग्रहालय बिहार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है. निरीक्षण में मुख्यमंत्री ने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप में चल रहे निर्माण कार्य की अद्यतन स्थिति के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली एवं काम में तेजी लाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने मेडिटेशन सेंटर लाइब्रेरी, विजिटर्स हॉल, गेस्ट हाउस, जलापूर्ति, तालाबों में स्वच्छ जल के संग्रहण आदि को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
निरीक्षण के दौरान निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप के निर्माण कार्य में पहले से ही काफी विलंब हो चुका है इसलिए निर्माण कार्य में तेजी लाकर कार्य जल्द पूर्ण करें. यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबको मालूम है कि हमने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय बनाने का निर्णय बहुत पहले किया था. वर्ष 2010 के जनवरी में हम यहां आकर कई दिनों तक रूके थे और हमने यहां पर एक-एक चीज को देखा था.