सीतामढ़ी। मुफ्त राशन उठानेवालों को जोरों का झटका धीरे से लगा है। निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करनेवालों के कार्ड निरस्त किए जाएंगे। सुखी-संपन्न लोग भी मुफ्त राशन उठा रहे हैं। जिले में 99 हजार पंचानवे राशन कार्ड पकड़ में आए हैं जो मानकों को पूरा नहीं करते। इनमें ज्यादातर कार्डधारकों के नाम व आधार राशनकार्ड से मेल नहीं खाते। मुख्यालय स्तर पर इतने कार्ड को निरस्त करने की सिफारिशों के बीच एक बार फिर से जांच कराई जा रही है। नौ जून तक जांच कर इसकी रिपोर्ट तैयार कर विभाग को देनी है। जांच में गलत पाए जाने पर एसडीओ स्तर से कार्ड को रद्द किया जाएगा। वर्तमान में 6 लाख 46 हजार 609 कार्डधारक हैं। नौ जून तक जांच अभियान में पकड़े गए कार्डधारकों को नहीं मिलेगा राशन
जिला खाद्य एवं आपूर्ति पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि विभागीय आदेश पर जिले के सभी प्रखंडों में 9 जून तक राष्ट्रीय राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के दायरे में शामिल अपात्रों के राशन कार्ड रद्द करने के लिए अभियान चालने का निर्देश दिया गया है। जिले में कुल 6 लाख 46 हजार 609 कार्डधारक हैं। जिनमें 6 लाख 24 हाजर 90 कार्ड धारक ग्रामीण स्तर पर हैं। 22 हजार 5 सौ 19 कार्डधारक शहर में है। इसके तहत कुल 29 लाख 46 हजार 442 लोगों को इसका सीधा लाभ मिलता है। अगर विभाग का आंकलन सही निकला तो करीब 5 लाख लोग प्रभावित होगें। बता दें कि हर माह जिले में जिले में 54 हजार क्विटल गेंहू व 92 हजार क्विटल चावल का वितरण हर माह होता है। मई में करीब 50 प्रतिशत उठाव हो चुका है। जांच में गड़बड़ी पाए जाने वाले कार्डधारकों को जून का खाद्यान्न नहीं मिल सकेगा।
10 हजार से अधिक आमदनी वाले होंगे बाहर
राशनकार्ड रद्द होने का सबसे अधिक असर वैसे परिवारों पर होगा जिनकी आमदनी 10 हजार से अधिक है। इसके दायरे में वे लोग भी आएंगे, जिनके पास चार चक्का वाहन, सरकारी नौकरी, आयकर भरने, एक सिचाई वाले उपकरण के साथ ढाई एकड़ सिचित भूमि, पांच एकड़ सिचित भूमि, व्यावसायिक टैक्स भरने या अन्य संसाधनों से संपन्न लोगों को राशन कार्ड का लाभ नहीं दिया जाना है।
स्रोत दैनिक जागरण