यह शायद देश का पहला मामला होगा जब एक 24 साल की लड़की ने बिना दूल्हे के खुद से शादी की है. मंडप सजा था, बाराती भी थे और दुल्हन ने सात फेरे लेकर अपने आप से सोलो मैरिज की. क्षमा की शादी में परिजन थे, मेहमान थे, दोस्त थे पर सिर्फ दूल्हा नहीं था. क्षमा का कहना है कि गुजरात में शायद ये पहली सेल्फ मैरिज या सोलोगैमी होगी. यह मामला गुजरात के बड़ोदरा का है.
24 साल की क्षमा बिंदु ने कुछ दिन पहले सोशल नेटवर्क के माध्यम से ऐलान किया कि वह “सोलोगामिया” नामक एक प्रथा से खुद से शादी करने जा रही हैं. 24 साल की क्षमा बिंदु सोलोगामिया प्रथा के तहत बुधवार को शादी के बंधन में बंध गई. क्षमा बिंदु ने कहा कि आखिरकार एक विवाहित महिला बनकर वह बहुत खुश हैं.
गुजरात के बडोदरा में बुधवार को क्षमा बिंदु ने बिना दूल्हे के खुद से शादी की. क्षमा ने बताया कि शादी समारोह में हिंदू रिती रिवाज के मुताबिक सब कुछ था. क्षमा बिंदु के परिजन, करीबी दोस्तों ने शादी समारोह में हिस्सा लिया. शादी को डिजिटल रूप में संपन्न किया गया. समारोह में क्षमा बिंदु ने लाल शादी की पोशाक पहन रखी थी, उसके हाथों को मेंहदी से रंगा गया था.
बता दें कि पंडित ने इस शादी को संपन्न कराने से इनकार कर दिया था. क्षमा बिंदु शायद देश की पहली महिला है जिसने खुद से सोलो मैरिज की है.
मैं कभी शादी नहीं करना चाहती थी”
24 वर्षीय क्षमा बिंदु, ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर पर खुद से सोलो मैरिज करने का ऐलान किया था. क्षमा बिंदु के इंस्टाग्राम पर सिर्फ 25,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. उन्होंने अपने इस फैसले को इंस्टाग्राम पर अपने दोस्तों के साथ साझा किया. क्षमा बिंदु ने तब कहा था कि मैं कभी शादी नहीं करना चाहती थी, लेकिन मैं एक प्रेमिका बनना चाहता थी इसलिए मैंने खुद से शादी करने का फैसला किया”. क्षमा ने यह पता लगाने के लिए कुछ ऑनलाइन शोध किया कि क्या देश में किसी महिला ने खुद से शादी की है, लेकिन उसे कोई नहीं मिला. उसने कहा, शायद मैं अपने देश में आत्म-प्रेम का एक उदाहरण स्थापित करने वाली पहली लड़की हूं.
क्या है “सोलोगैमी”
वडाडोरा में जन्मी 24 साल की युवती क्षमा बिंदु को यह फैसला लेने के लिए सोलोगेमियां नाम की प्रथा के बारे में जानकारी हासिल करनी पड़ी. क्षमा ने इसके बारे में पहले गहराई से जांच की और उसके तमाम पहलुओं की जानकारी हासिल की और फिर खुद से ही शादी करने का फैसला किया. जब उसने उसकी जांच की तो बिंदू ने महसूस किया कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देशों में से एक में रहने के बावजूद, वह उस देश में पेटेंट कराए गए “सोलोगैमी” का पहला मामला होगा.क्षमा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह “शायद मैं अपने देश में आत्म-प्रेम का एक उदाहरण स्थापित करने वाली पहली महिला हूं,”
शादी के बाद हनीमून के लिए जाएंगी गोवा
क्षमा ने बताया कि वह शादी के बाद हनीमून पर वह गोवा जाएंगी. क्षमा के इस अलग फैसले में खास बात यह है कि उनके परिवार को क्षमा के इस फैसले पर कोई आपत्ति नहीं है. क्षमा ने कहा कि कुछ लोग आत्म-विवाह को अप्रासंगिक मान सकते हैं. उन्होंने कहा कि, उनके माता-पिता खुले विचारों वाले हैं और उन्होंने उनकी शादी को अपना आशीर्वाद दिया है.