बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का गठजोड़ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में ताकतवर भाजपा को मात दे सकता है. जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को यह बात कही. जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने यह दावा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगला लोकसभा चुनाव पड़ोसी राज्य में लड़ें
जदयू प्रमुख ललन सिंह ने कहा, लोकसभा चुनाव उम्मीदवार के रूप में हमारे मुख्यमंत्री के लिए सबसे उत्साही मांग फूलपुर से आई है. इसी तरह की मांग अंबेडकरनगर और मिर्जापुर के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई है. चुनाव एक साल से अधिक दूर हैं, इसलिए हम ऐसी मांगों को स्वीकार या अस्वीकार करने के संदर्भ में अभी नहीं सोच रहे हैं.
दिल्ली में मुलायम से मिले थे अखिलेश यादव
हालांकि, उन्होंने पर्याप्त संकेत दिए कि उनकी पार्टी मुलायम सिंह यादव द्वारा स्थापित सपा के साथ गठजोड़ करना चाहेगी, जिनसे नीतीश कुमार अपनी हालिया दिल्ली यात्रा के दौरान मिले थे. जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, विपक्षी एकता के लिए हमारे नेता के अभियान की लहर चल रही है. हालांकि, वह बिहार की सभी 40 लोकसभा सीट में से किसी से भी चुनाव लड़ने का फैसला कर सकते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश से उठ रही मांगें उनकी राष्ट्रीय पहल के बारे में चर्चा का संकेत हैं.
भाजपा को मिलेंगी 20 सीटें कम
ललन सिंह ने कहा कि अगर नीतीश और अखिलेश एक साथ आते हैं तो वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश में 65 लोकसभा सीट जीतने वाली भाजपा को 20 से कम सीट मिल सकती हैं. बता दें, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि जदयू नेता खुद उत्तर प्रदेश के फूलपुर से चुनाव लड़ सकते हैं.
क्या अखिलेश ने दी नीतीश को पेशकश
खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार को राज्य में अपनी पसंद की किसी भी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है और अपनी पार्टी के समर्थन का वादा किया है. यह भी पता चला है कि फूलपुर में जनता दल (यूनाइटेड) के कई कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार से निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने की मांग की है.
ललन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश 2024 के चुनावों के लिए चुनावी रूप से महत्वपूर्ण राज्य है, क्योंकि इसमें सबसे अधिक लोकसभा सीटें हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बीजेपी के पास उत्तर प्रदेश से 65 सांसद हैं और अगर अखिलेश यादव और नीतीश कुमार समेत अन्य विपक्षी दल साथ आते हैं तो भगवा पार्टी 15-20 सीटों तक सिमट सकती है.
वाराणसी से 100 मीटर की दूरी पर है फूलपुर
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद का फूलपुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर है और अगर नीतीश कुमार इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो उत्तर प्रदेश में 2024 के चुनावों में राजनीतिक गत्यात्मकता बदल सकती है. सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार इस बात से वाकिफ हैं कि अगर उन्हें 2024 में नरेंद्र मोदी को चुनौती देनी है, तो उन्हें उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करनी होगी, जिसके बिना वह अपने मिशन में असफल हो जाएंगे