बिहार में 2016 से किसी भी तरह की शराब बिक्री और सेवन पर पाबंदी लगा दी गई है. इसे लेकर अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षकों को नई जिम्मेदारी दी है. बिहार के सरकारी शिक्षक अब शराब पीने वाले या पिलाने वालों की पहचान करेंगे और इसकी सूचना देंगे. इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को पत्र लिखकर नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने को कहा है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि शराब की सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी. शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सरकार ने कहा है कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि विद्यालय अवधि के बाद चोरी-छुपे नशा पान करने वाले लोग विद्यालय परिसर का उपयोग न करें. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने मद्य निषेध विभाग के मोबाइल नंबर 94734 00378 और 94734 00606 के साथ ही टोल फ्री नंबर 18003 456 268/15545 पर सूचना दें.
आपको बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर घिरी बिहार सरकार ने अब इस कानून के बाद लोगों की जीवन शैली में आए परिवर्तन का सर्वेक्षण कराने की योजना बनाई है. सरकार शराबबंदी कानून के बाद लोगों में आए सामाजिक और आर्थिक बदलाव को समझना व जानना चाहती है. मद्य निषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग के एक अधिकारी की मानें तो विभाग ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है.