सीतामढ़ी जिले में पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से सभी नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी है। इस क्रम में बागमती के विभिन्न घाटों पर चढ़ाव से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सोनखान घाट पर बागमती व लालबकैया नदी का जलस्तर गोआबाड़ी में खतरे के निशान के पार हो चुका है। शिवहर के बेलवा घाट पर बागमती के जलस्तर में वृद्धि से शिवहर मोतिहारी एसएच 54 पर दो से तीन फीट बाढ़ का पानी चढ़ गया है,
जिससे अब शिवहर- मोतिहारी पथ बाधित है तथा इस सड़क से आवागमन बाधित है। वाहन अब जिऊली के रास्ते 8 से 10 किमी अधिक दूरी तय करने को मजबूर हैं। इधर अधवारा, झीम, लालबकैया नदी में भी जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। वहीं हरदी व मरहा नदी में उफान से परिहार के लहुरिया सहित आसपास के गांव के घर, स्कूल व सड़क पर बाढ़ का पानी फैल गया है। जबकि रातो व धौंस नदी में भी उफान जारी है, जिससे सुरसंड और चोरौत में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
रातो व धौंस नदी के ऊफान से सुरसंड और चाेरौत पर मंडराने लगा बाढ़ का खतरा पिपराही | बेलवा घाट पर बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से कांवरियों के लिए बने पंडाल व नदी पर निगरानी रखने वाले कैंप में पानी घुस गया है। श्रद्धालुओं से पंडाल को खाली करा लिया गया है। अब श्रद्धालु जुऊली के रास्ते अरेराज जलभिषेक के लिए जाएंगे। कार्यपालक अभियंता शशि कुमार चौधरी ने बताया कि जलस्तर में वृद्धि जारी है तथा जलस्तर 60.80 पर पहुंच चुका है। प्रशासन चौकस हर तथा हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
स्रोत दैनिक भास्कर