दिल्ली के रामलीला मैदान में तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ महीनों से चले आ रहे किसान आंदोलन की पुनरावृत्ति के रुप में लगभग 50,000 किसान राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन करने आ रहे है। वहीं BKSकी इस रैली को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट हो गई है और पुलिस ने ट्रैफिक रूट में भी कई बदलाव किए हैं। BKS दावा कर रही है कि सरकार ने किसानों से कई वादे किए थे और उनमें से कई को पूरा नहीं किया। इसलिए किसान गर्जन रैली का उद्देश्य सरकार को उसके भूले हुए वादों की याद दिलाना है।
BKS ने की ये मांग
आपको बता दें कि,रैली ताकत का प्रदर्शन है क्योंकि किसान संघ को उम्मीद है कि वह अपनी मांगों को पूरा करने के लिए केंद्र पर दबाव डालेगा, जिसमें कृषि ऋण माफी, उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य और फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा यह सभी मांगे शामिल है। इस रैली को लेकर BKSने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि आजादी के 75 सालों के बाद भी किसान अभी भी यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें न्याय कब मिलेगा। उन्हें कम से कम लागत के आधार पर तो लाभकारी मूल्य मिले।
सभी ही इनपुट पर GSTलागू है। कानून के तहत किसानों को छोड़कर सभी उत्पादकों को इनपुट क्रेडिट उपलब्ध है। BKSने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सही दिशा में एक अपर्याप्त कदम था, फिर भी किसानों ने पूरे दिल से इसका स्वागत किया। अपने पत्र में BKSने कहा सरकार खाद पर सब्सिडी देती है, लेकिन ज्यादातर यह किसान के हित में नहीं, बल्कि कंपनियों के हित में है।