कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है. शुक्रवार (14 अप्रैल) को ट्रक में भरकर उनका सामान आवास से निकाला गया और नई जगह पर पहुंचाया गया. मोदी सरनेम वाले बयान को लेकर सूरत की कोर्ट ने 23 मार्च को उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद राहुल गांधी को संसद की सदस्यता के अयोग्य करार दिया था. इसके बाद हाउस कमेटी ने कांग्रेस नेता से बतौर सांसद मिला सरकारी बंगला खाली करने को कहा था.
आदेश का पालन करते हुए राहुल गांधी ने बंगला खाली कर दिया है और वह अपनी मां और कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के साथ शिफ्ट हो गए हैं, जो फिलहाल उनका नया पता है. राहुल गांधी को 12 तुगलक लेन स्थित बंगला मिला हुआ था. राहुल गांधी ने शुक्रवार ने यह बंगला खाली कर दिया. बंगले से ट्रक सामान लेकर निकलते देखा गया. अब राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ में रहेंगे.
कब मिला था नोटिस?
सजा सुनाए जाने के अगले दिन 24 मार्च को राहुल गांधी को संसद की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया गया था. इसके बाद हाउस कमेटी ने 27 मार्च को राहुल गांधी को नोटिस देकर एक महीने के अंदर सरकारी आवास खाली करने को कहा था. इस पर उन्होंने लोकसभा सेक्रेटरी को पत्र लिखकर कहा था कि वह लोकसभा में पिछले चार बार से चुने हुए सदस्य रहे हैं. इस कारण यहां काफी अच्छा समय बीता. इसको लेकर मेरे पास काफी अच्छी यादें हैं. आपने जो भी कहा मैं उसका पालन करूंगा. राहुल गांधी को नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने उन्हें अपना घर ऑफर किया था. दिल्ली की एक महिला ने अपना घर राहुल गांधी के नाम कर दिया था.
वायनाड में राहुल ने भरी हुंकार
राहुल गांधी 2019 में केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे. सांसदी जाने के बाद वह बुधवार (12 अप्रैल) को पहली बार वायनाड पहुंचे जहां उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला. जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि मेरा घर 50 बार सीज करो, लेकिन मैं जनता के मुद्दे उठाता रहूंगा. आप लोगों को जितना भी डराने की कोशिश करिए, लेकिन फिर भी मैं उनके लिए लड़ता रहूंगा. हम किसी भी धमकी से नहीं डरते हैं.