सावन, केवल प्रकृति में ही नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में भी हरियाली लाता है। प्राकृतिक बारिश के साथ-साथ शिव भक्ति की बारिश भी इस माह में देखने हो मिलती है। सावन मास में शिवरात्रि के साथ-साथ कई व्रत और तिथि हैं जिनका विशेष महत्व माना गया है।
सावन का पवित्र महीना 4 जुलाई से शुरु हो चुका है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन इस बार पूरे 2 महीने का होगा और शिवभक्त पूरे 2 महीने भगवान शिव की आराधना करेंगे। वहीं सावन में 8 सोमवार का व्रत रखा जाएगा। दरअसल इस साल सावन 59 दिनों का होगा जबकि आमतौर पर हर साल सावन का महीना 30 दिनों का होता है। ऐसा संयोग 19 साल बाद पड़ा है, जिसमें सावन 2 महीने का होगा। आइए जानें सावन के पहले सोमवार के व्रत के बारे में…
माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की सच्चे मन से उपासना करने पर जीवन में कभी परेशानियां नहीं रहती हैं। और इस बार सावन का पहला सोम प्रदोष व्रत आज, यानी कि 10 जुलाई 2023 को है।
सावन का पहला सोमवार 2023 पूजा मुहूर्त
भगवान शिव की पूजा आप प्रात:काल से ही कर सकते हैं। सावन के पहले सोमवार को अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 05 बजकर 30 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 14 मिनट तक है। इसके अलावा शुभ-उत्तम मुहूर्त सुबह 08 बजकर 58 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।
पहले सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक का संयोग
10 जुलाई को सावन के पहले सोमवार पर रुद्राभिषेक का संयोग बना है। रुद्राभिषेक तब करते हैं, जब शिववास होता है। शिववास भी माता गौरी, नंदी के साथ या कैलाश पर होना चाहिए। पहले सावन सोमवार को रुद्राभिषेक सुबह से शाम 06 बजकर 43 मिनट के मध्य तक कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर जब कभी पंचक या भद्रा काल लगता है तो उस समय में पूजा पाठ करने पर कोई रोक नहीं होती है। भगवान शिव कालों के काल महाकाल हैं। सभी ग्रह नक्षत्र उनके अधीन काम करते हैं इसलिए इस दिन आप निश्चित होकर व्रत और शिव पूजा कर सकते हैं। इसलिए इस दिन पंचक लगने से कोई समस्या नहीं है।
सावन सोमवार व्रत में कैसे करें पूजा
सावन सोमवार के व्रत में शाम के वक्त भगवान शिव को अक्षत, सफेद फूल, चंदन, भांग, धतूरा, गाय के दूध का पंचामृत, धूप, दीप, सुपारी और बेलपत्र आदि चढ़ा कर उनकी पूजा करें। अब भोले नाथ का पंचामृत से अभिषेक करें, साथ ही ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। भोलेनाथ के साथ ही मां पार्वती और गणेश जी की भी पूजा करें।
कहते हैं कि अगर कोई भक्त पूरे विधि- विधान के साथ सावन महीने में व्रत रख कर भगवान शिव को प्रसन्न करता है तो भगवान शिव उसकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।