सीतामढ़ी-सोनबरसा सड़क व सीतामढ़ी-सुरसंड एनएच 77 व एनएच 104 सड़क पर जाने वाली सड़क के मोहनपुर स्थित पुल क्षतिग्रस्त होकर खतरनाक बन चुका है। राहगीर अपने जान पर खेलकर वहां से गुजरते हैं। जबकि यह सड़क इंटरनेशनल बॉर्डर को भी जोड़ती है। पुल से गुजरते वक्त यात्रिओं में डर बना रहता है। राहगीर उमेश कुमार ने बताया कि यह पुल काफी दिनों से ध्वस्त पड़ा हुआ है। शासन, प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण अब यह पुल बुरी तरह जर्जर होता जा रहा है। इस पुल पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जबकि इस पुल का महत्त्व बहुत ज्यादा है।
मोहनपुर स्थित क्षतिग्रत पुल।कई हादसे हो चुके हैं पुल पर
मोहनपुर निवासी विनोद राम ने बताया कि इस पुल पर रोज छोटी-मोटी घटनाएं होते रहते हैं। क्यों कि पुल की चौड़ाई कम है। जिससे गाड़ी को आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। होली के दिन इस पुल पर तीन लोगों की बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी।
पुल के दोनों तरफ की रेलिंग है टूटी
मोहनपुर निवासी राकेश कुमार ने बताया कि काफी सालों से पुल के दोनों तरफ की रेलिंग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। किसी भी समय बड़ी घटना होने की संभावना है। वहीं रेलिंग टूटने के कारण बड़ी गाड़ी को जाने से काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
पुल का है अंतरराष्ट्रीय महत्व
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पुल नेपाल, सोनबरसा व सुरसंड, परिहार आदि प्रखंडों को जोड़ता है। सीतामढ़ी शहर से बॉर्डर तक जाने के लिए लोगों को इसी पुल से होकर गुजरना पड़ता है। इस कारण इस पुल का अंतरराष्ट्रीय महत्व है। इस पुल से होकर दिनभर सैंकड़ों संख्या में बस, ऑटो, बाइक व ट्रक आदि गाड़ी गुजरती है।