पीएम मोदी को इस बार सत्ता से बाहर करने के लिए साथ साथ आए विपक्षी दलों ने बड़े जोर-शोर के इंडी अलायंस की स्थापना की थी, लेकिन चुनाव के नजदीक आते ही गठबंधन को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. सबसे पहले विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की नींव रखने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही पाला बदलकर फिर से एनडीए के साथ चले गए. फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एकला चलो की राह पकड़ ली. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी साफ कर दिया है कि दिल्ली और पंजाब में वह अकेले चुनाव लड़ने वाली है. लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में गठबंधन को बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है. यूपी में विपक्ष का झंडा बुलंद करने वाली समाजवादी पार्टी भी अब कांग्रेस से दूरी नजर आ रही है. दरअसल, सपा और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर जारी बातचीत टूट गई है.
ऐसे में INDIA ब्लॉक में अब कांग्रेस की सबसे बड़ी सहयोगी लालू यादव की पार्टी आरजेडी बची है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तेजस्वी यादव के शामिल होने के बाद ये गठबंधन बरकरार रहने के संकेत मिल रहे हैं. तेजस्वी ना सिर्फ राहुल की यात्रा में शामिल हुए थे, बल्कि उनके ड्राइवर की भूमिका में भी नजर आए थे. कांग्रेस और राजद की ये दोस्ती 31 साल पुरानी है. दोनों ने पहली बार 1998 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था. बिहार की 54 सीटों में लालू ने कांग्रेस को केवल 8 सीटें दी थीं. 1999 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा जिनमें से 8 पर RJD से समझौते के तहत और 5 पर फ्रेंडली लड़ाई हुई, लेकिन सिर्फ 2 पर जीत मिली थी. दोनों का कई बार ब्रेकअप भी हो चुका है. 1998 से अबतक दोनों 4 चुनाव अलग-अलग लड़ चुके हैं. जिसमें तीन विधानसभा और एक लोकसभा चुनाव है.
नीतीश कुमार के बाहर जाने से इंडिया ब्लॉक को झटका जितना बड़ा लगा है, खुशी भी उतनी बड़ी मिली है. दरअसल, बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. नीतीश के अलग होने के बाद महागठबंधन में बांटने के लिए पर्याप्त सीटें हैं. अब आरजेडी जो फॉर्मूला तैयार करेगी, उसमें शायद ही किसी को आपत्ति हो. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरजेडी ने जो फॉर्मूले दिया है उसमें वह अपने पास 20-25 सीटें रखना चाहती है. कांग्रेस को 10 सीटें मिल सकती हैं, जबकि 5 से 7 सीटें वाम दलों को दी जा सकती हैं. आरजेडी को उम्मीद है कि टिकट के लोभ में बीजेपी और जेडीयू के कुछ विधायक उसके साथ आ सकते हैं.