उत्तर भारत में गर्मी और लू का कहर जारी है। बिहार में गुरुवार को लू से 57 की जान चली गई। लू लगने से 250 से अधिक बीमार हो गए। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। झारखंड में भी लू लगने की अलग अलग घटनाओं में 9 की मौत हो गई। राजस्थान में भी तीन की मौत हुई है और पिछले सात दिनों में 61 की जान गई है।
बिहार में 12 जिले लू की चपेट में हैं। 47.1 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर राज्य का सबसे गर्म शहर रहा। इसके अलावा विभिन्न स्कूलों में छह शिक्षक बेहोश हो गए। भीषण गर्मी की वजह से औरंगाबाद में दस, आरा में नौ, रोहतास व जहानाबाद में आठ-आठ, कैमूर में छह, गया-बक्सर में तीन-तीन, छपरा, शेखपुरा व मुंगेर में दो-दो और बेगूसराय, जमुई, लखीसराय, पूर्वी चंपारण में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई।
अकेले औरंगाबाद जिले में सौ से अधिक लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती
आरा जिले में मरने वालों में एक पीठासीन पदाधिकारी, दो जवान व दो मतदानकर्मी शामिल हैं। अकेले औरंगाबाद जिले में सौ से अधिक लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। बिहार में बुधवार को भी गर्मी के कहर से एक दारोगा समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही राज्यभर में 337 छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं की तबीयत बिगड़ गई थी। बता दें, बिहार के सरकारी स्कूल गुरुवार से बंद कर दिए गए हैं, लेकिन शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है।
झारखंड के पलामू और गढ़वा में तापमान 48 डिग्री के पार चला गया है। पलामू, गिरिडीह तथा सरायकेला-खरसावां व रामगढ़ में अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की लू लगने से मौत हो गई। सरायकेला में दो, आदित्यपुर में एक, गिरिडीह में दो, रामगढ़ में एक व्यक्ति की लू लगने से मौत हो गई। पलामू तीन की लू के कारण जान चली गई।