पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाक़ात पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने बयान दिया है.
उन्होंने कहा है कि यह एक अच्छी शुरुआत है, यह यात्रा दोनों देशों के लिए ऐतिहासिक है और मैं प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करता हूं.
उन्होंने कहा, ” हम किसी की वजह से अपनी सीमा नहीं बदलते. पीएम मोदी पुतिन से ज़्यादा शांति पसंद करते हैं. लेकिन पुतिन ऐसा नहीं चाहते. मुझे नहीं पता कि जब उनकी बैठक हुई तो उन्होंने क्या बात की थी. अगर प्रधानमंत्री की आधिकारिक यात्रा के दौरान आप अस्पताल में बच्चों पर हमला करते हैं, तो उन्हें यह पहचानना होगा कि पुतिन भारत का सम्मान नहीं करते हैं. या वो अपनी सेना को नियंत्रित नहीं करते हैं.
पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा पर रूस मामलों के विशेषज्ञ और जेएनयू के स्कूल ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज़ में प्रोफ़ेसर राजन कुमार से द वॉयस ऑफ़ बिहार न्यूज़ के कार्यक्रम ‘दिनभर’ में अपनी राय रखी है.
प्रोफ़ेसर साजन कुमार के मुताबिक़, “रूसी अख़बारों की बात करें तो पुतिन नाराज़ तो हैं लेकिन वो अपनी नाराज़गी जा़हिर नहीं कर रहे हैं. कुछ अख़बार इस दौरे को कवर ही नहीं कर रहे हैं. ये मानकर चलें कि रूस बिल्कुल खुश नहीं है और अपनी नाराज़गी कई तरीके से बता सकता है लेकिन फिलहाल वो कोई बयान देकर भारत को नाराज़ नहीं करना चाहेगा.
उनका मानना है, “भारत को लेकर बयान देने के मामले में रूस सतर्क रहता है हालांकि वो ये बोलने की कोशिश कर सकता है भारत पश्चिमी मुल्कों के दवाब में ऐसा कर रहा है. लेकिन हो सकता है कि कुछ दिनों बाद रूस भारत को शांतिवार्ता में शामिल होने के लिए कह सकता है.”
“ये भी हो सकता है कि पाकिस्तान से साथ रिश्ते और बेहतर करने की कोशिश करे और चीन जिसके साथ उसके संबंध पहले से अच्छे हैं, उसे और बेहतर करने की कोशिश करे.”
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते महीने यानी जुलाई में रूस की यात्रा पर गए थे. पीएम मोदी की इस यात्रा पर यूक्रेन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.