सीतामढ़ी के डुमरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में गुरुवार को गर्भवती महिलाओं के साथ बड़ी लापरवाही सामने आई। हर माह की 21 तारीख को यहां एएनसी (गर्भवती महिलाओं की जांच) शिविर लगता है। लेकिन इस बार जांच टीम ने आधे मरीज देखने के बाद ही काम बीच में छोड़ दिया।
सुबह से पहुंचीं महिलाएं, बिना जांच के बैठी रहीं
सुबह 10 बजे जांच शुरू हुई। लेकिन दोपहर 2 बजे डॉक्टर और स्टाफ बीच में ही चले गए। करीब 25-30 गर्भवती महिलाएं बिना जांच कराए घंटों बैठी रहीं।
बाजितपुर की रोमा कुमारी रात 2 बजे से अस्पताल में थीं, लेकिन न जांच हुई न ही खाने-पीने की व्यवस्था मिली।
सुनीता कुमारी की जांच तो सुबह 11 बजे हो गई थी, लेकिन दवा के लिए उन्हें शाम 3:30 बजे तक इंतजार करना पड़ा।
प्रभारी पहुंचे तो शुरू हुई व्यवस्था
शिकायत मिलने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अक्षय कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने जांच टीम और दवा वितरकों को फटकार लगाई। इसके बाद तुरंत महिलाओं को दवा दी गई। डॉ. कुमार ने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
स्थानीय लोगों का आरोप – ये समस्या आम है
गांववालों ने बताया कि डुमरा पीएचसी में यह समस्या हर महीने देखने को मिलती है। गर्भवती महिलाओं को लंबा इंतजार, नाश्ता-पानी की कमी और अव्यवस्था झेलनी पड़ती है। परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि एएनसी शिविर में पर्याप्त व्यवस्था की जाए, ताकि महिलाओं को परेशानी न हो।
स्थानीय लोगों और मरीजों की मांग:
- ANC शिविर में समय पर डॉक्टर और स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित हो।
- दवा वितरण और जांच की सुव्यवस्थित प्रणाली बने।
- गर्भवती महिलाओं के लिए पेयजल और नाश्ते की व्यवस्था की जाए।
- स्वास्थ्य विभाग इस तरह की बार-बार होने वाली लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करे।
