रात के वक्त दौड़ लगाने वाला प्रदीप वायरल जगत का नामचीन चेहरा बन चुका है. प्रदीप का दौड़ते वक्त बात करते हुए वीडियो वायरल हुआ था. अगली सुबह प्रदीप देश ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी मशहूर हो गया. अब यूपी की योगी सरकार ने वायरल रनिंग ब्वॉय के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है.
तंगहाली में भी नहीं टूटा प्रदीप मेहरा का जज्बा
वायरल वीडियो में प्रदीप मेहरा ने कहा था कि वह सेना में भर्ती होना चाहता है, परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और मां भी बीमार है. मां का इलाज 2 साल से दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा है. वह खर्च चलाने के लिए एक फूड प्वाइंट में काम करता है. उसने बताया था कि काम से समय न मिलने की वजह से वह रनिंग प्रैक्टिस के लिए ऑफिस से घर तक दौड़ कर जाता है. वह दौड़कर लगभग 10 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करता है. प्रदीप की इन बातों से अब लगभग सोशल मीडिया से जुड़े हर शख्स को पता चल चुका है. सभी प्रदीप के जज्बे को सलाम कर रहे हैं.
अब योगी सरकार ने बढ़ाया मदद का हाथ
प्रदीप मेहरा का संघर्ष और उसके जुनून के बारे में जानने के बाद यूपी सरकार ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है. प्रदीप को आज मंगलवार को गौतमबुद्धनगर के डीएम सुहास एलवाई ने अपने दफ्तर में बुलाया. डीएम ने प्रदीप और उसके भाई से लगभग 15 मिनट तक बात की और उसकी दिक्कतों को तसल्ली से सुना.
डीएम सुहास एलवाई से प्रदीप की लंबी बातचीत
डीएम से बातचीत में प्रदीप ने बताया कि वह 12वीं पास है और ग्रेजुएशन में दाखिला नहीं ले सका है. उसकी इच्छा है कि वह देश की सेवा के लिए इंडियन आर्मी ज्वाइन करे, जिसके लिए वो लगातार मेहनत कर रहा है.
प्रदीप को आगे की पढ़ाई के लिए गाइड करेंगे डीएम
प्रदीप ने डीएम को बताया कि वीडियो वायरल होने के उसे कई संस्थान और कॉलेज से पढ़ाई के लिए ऑफर मिला है. सभी संस्थान उसे अपने यहां फ्री में दाखिला देने के लिए तैयार हैं. डीएम ने प्रदीप से कहा कि वह प्रदीप को बताएंगे कि उसे किस कॉलेज में दाखिला लेना चाहिए और उसके करिअर काउंसलिंग की भी बात कही.
बीमार मां के इलाज में भी मिलेगी मदद
प्रदीप की बीमार मां के बारे में भी डीएम ने सवाल पूछे. बता दें कि प्रदीप की मां टीबी से जूझ रही हैं. उनका बीते दो साल से दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. डीएम ने प्रदीप की मां के इलाज से जुड़े सभी दस्तावेज लिए हैं. डीएम ने प्रदीप से कहा कि वे गौतम बुद्ध नगर के अस्पताल में मां की सारी रिपोर्ट दिखाएंगे और संभव हुआ तो उनकी मां का इलाज भी यहीं करवाएंगे. बताते चलें कि डीएम सुहास एलवाई खुद भी एक ओलंपिक पदक विजेता हैं.