Airtel (भारती एयरटेल) एक बार फिर से अपने मोबाइल टैरिफ की दर को बढ़ा सकता है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विठ्ठल ने कहा कि कंपनी अपने एवरेज रिवेन्यू प्रति यूजर को 300 रुपये तक करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिसे इस कैलेंडर साल में पूरा किया जा सकता है। यानी एक बार फिर से रिचार्ज प्लान की दरों में बढोतरी की जा सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले तीन से चार महीने में एक बार फिर से मोबाइल टैरिफ की दरें बढ़ाई जा सकती है।
पिछले दिनों एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें Vi (Vodafone-Idea) ने भी एक बार से मोबाइल टैरिफ बढ़ाने की बात कही थी। ET Telecom की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल के MD गोपाल विठ्ठल ने बताया कि कंपनी पिछले साल नवंबर की तरह ही मोबाइल टैरिफ की दरें बढ़ाने में कंपनी कोई संकोच नहीं करेगी।
SIM कंसोलिडेशन के बाद टैरिफ बढ़ाने की तैयारी
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ प्लान बढ़ने के बाद आई सिम कंसोलिडेशन की लहर के जाने के बाद ही कंपनी टैरिफ प्लान की दरों में बढ़ोतरी करेगी। बता दें कि पिछले साल नवंबर में रिचार्ज प्लान की दरें बढ़ाने के बाद दो या इससे ज्यादा नंबर इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। गोपाल विठ्ठल ने आगे कहा कि फिलहाल 20 से 25 प्रतिशत तक सिम कंसोलिडेशन हो चुका है। इस समय 4G सिम कंसोलिडेशन की दर काफी कम है। पिछली तिमाही में कंपनी ने 3 मिलियन यानी 30 लाख नेट 4G सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं।
Airtel के MD गोपाल विठ्ठल के मुताबिक, इस समय फ्लैट डेटा यूसेज पर सब्सक्राइबर 17GB से 18GB प्रति महीने से ज्यादा नहीं है। कोरोना महामारी की लहर कम होने की वजह से जल्द ही स्कूल, ऑफिस आदि खुलने वाले हैं, जिसके बाद डेटा यूसेज में और कमी आ सकती है। पिछले दो साल से लॉकडाउन की वजह से हमने डेटा कंजम्पशन में बढ़ोतरी देखी थी। यूजर्स फिलहाल दिन में 4 घंटे से ज्यादा मोबाइल स्क्रीन पर बिता रहे हैं।
पिछले साल नवंबर में तीनों कंपनियों ने टैरिफ में 25 प्रतिशत तक की बढ़त की थी। टेलीकॉम कंपनियों ने ARPU (एवरेज रिवेन्यू प्रति यूजर) को बढ़ाने के लिए मोबाइल टैरिफ में बढ़त की थी।