बिहार में वीआईपी के सभी तीन विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने मंत्रिपद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया. सहनी ने कहा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिपद को लेकर फैसला करेंगे और मैं उनके आदेश का पालन करूंगा.
वीआईपी नीतीश कुमार के गठबंधन सरकार में सहयोगी पार्टी है. लेकिन बुधवार को वीआईपी के तीनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. मुकेश सहनी ने गुरुवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, उनकी राजनीतिक पारी संघर्ष से भरी हुई है और वे आखिरी सांस तक लड़ेंगे.
बिहार में बीजेपी मेरे सहयोग से बड़ी पार्टी बनी- सहनी मुकेश सहनी ने कहा, बिहार में मेरे सहयोग से बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी है. मेरी वजह से बीजेपी को बिहार विधानसभा चुनाव में 74 सीटें मिली थीं और अब मेरे तीन विधायक बीजेपी में चले गए हैं जिससे उनकी संख्या 77 हो गई है. मेरे साथ जो हुआ है उसके बारे में मुझे पहले से अंदाजा था. मैं पूरे देश में निषाद का बेटा हूं.
सहनी ने कहा, बोंचहा वीआईपी की सिंटिंग सीट थी. लेकिन बीजेपी ने वहां से अपना उम्मीदवार खड़ा किया. सहनी ने कहा, उत्तर प्रदेश में नीतीश कुमार ने भी बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ा मगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
लालू यादव की फिर तारीफ की
सहनी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू प्रसाद ने इतना अच्छा काम किया फिर भी वह जेल में है. मुकेश सहनी ने कहा, मैंने निषाद समाज के लिए आरक्षण मांगा, इसलिए बीजेपी नाराज हो गई. बीजेपी मुझसे इसलिए नाराज है, क्योंकि मैंने जातिगत जनगणना की मांग की. मैं निषाद का बेटा हूं. मैं समाज के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा. मैं किसी से नहीं डरता.