सीतामढ़ी और दिल्ली के बीच नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया है। सीतामढ़ी से 10 अगस्त से हर रविवार को यह ट्रेन दिल्ली के लिए चलेगी। इसमें सभी गैर-वातानुकूलित स्लीपर कोच हैं। सीतामढ़ी से दिल्ली का किराया 585 रुपये है। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से सीतामढ़ी के लिए यह ट्रेन हर शनिवार को चलाई जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पुनौरा धाम में मां सीता के भव्य मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान नई अमृत भारत एक्सप्रेस को वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस का पूरा टाइम टेबल
ट्रेन नंबर 14048 दिल्ली-सीतामढ़ी अमृत भारत एक्सप्रेस प्रत्येक शनिवार को दिल्ली से दोपहर 2 बजे खुलेगी। यह ट्रेन दिल्ली से गाजियाबाद, टुंडला, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, कप्तानगंज, सिसिवा बाजार, बगहा, नरकटियागंज, सिकटा, रक्सौल, बैरगनिया स्टेशनों पर रुकते हुए अगले दिन सुबह 10.45 बजे सीतामढ़ी पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 14047 सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस प्रत्येक रविवार को सीतामढ़ी से रात 10.15 बजे खुलेगी और अगले दिन रात 10.40 बजे दिल्ली पहुंचेगी।
सीतामढ़ी से दिल्ली जाते समय साढ़े 3 घंटे ज्यादा समय
नई अमृत भारत एक्सप्रेस में दिल्ली से सीतामढ़ी के बीच का सफर 20 घंटे 45 मिनट में तय होगा। वहीं, इसी ट्रेन से सीतामढ़ी से दिल्ली जाने में 24 घंटे 25 मिनट का समय लगेगा। यानी लगभग साढ़े तीन घंटे का समय ज्यादा लगेगा। इस रूट पर सप्ताह में दो दिन दरभंगा से आनंद विहार अमृत भारत एक्सप्रेस पहले से चल रही है। उसमें भी सीतामढ़ी से दिल्ली जाने में साढ़े 20 घंटे का समय ही लगता है।
अमृत भारत ट्रेन की खासियत
अमृत भारत एक्सप्रेस 2.0 ट्रेन के कोच में फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल होल्डर, फोल्डेबल बॉटल होल्डर जैसी सुविधाएं दी गई हैं। इनमें हवाई जहाज की तर्ज पर रेडियम एलिमिनेटेड फ्लोरिंग स्ट्रिप, एयर स्प्रिंग बॉडी जैसी सुविधाएं हैं, जिससे सफर आरामदायक होता है। इस ट्रेन के शौचालय में इलेक्ट्रो न्यूमेटिक फ्लशिंग प्रणाली, ऑटोमेटिक सॉप डिस्पेंसर और एरोसॉल आधारित फायर सप्रेशन सिस्टम लगाया गया है, जिससे स्वच्छता रहेगी।
शौचालयों के निर्माण में शीट मेटल कंपाउंड सामग्री का उपयोग किया गया है, जिससे रख-रखाव आसान होगा। अमृत भारत 2.0 ट्रेन में 130 किमी/घंटा रफ्तार देने की क्षमता है। भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार ट्रेन में सेमी-ऑटोमैटिक कपलर का उपयोग किया गया है, जो न केवल यात्रा को सुगम बनाता है, बल्कि कनेक्शन को भी सुविधाजनक बनाता है।
