देश के 112 आकांक्षी जिलों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में नौकरीपेशा लोगों के लिए इवनिंग कक्षाएं चलाई जाएंगी। बिहार में सीतामढी सहित 13 जिले इनमें शामिल किये गये हैं। इन 13 जिलों में मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, बेगूसराय, खगड़िया, बांका, शेखपुरा, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई शामिल हैं। मुजफ्फरपुर में एमआईटी में नौकरी करने वाले लोगों के लिए इवनिंग कक्षाएं चलाई जाएंगी। ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने नीति आयोग से मिलकर यह योजना शुरू की है। शैक्षिक सत्र 2024-25 से आकांक्षी जिलों के इंजीनरियरिंग कॉलेज में इवनिंग कक्षाएं शुरू की जाएंगी। एमआईटी के प्राचार्य प्रो. मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि एआईसीटीई के इस फैसले से नौकरीपेशा लोगों को काफी फायदा होगा। एआईसीटीई के निर्देश का पालन एमआईटी में भी किया जायेगा।
नौकरीपेशा लोगों को रेगुलर कोर्स की मिलेगी डिग्री
एआईसीटीई के मुताबिक इंजीनियरिंग कॉलेजों में इवनिंग कक्षाएं चलने से नौकरीपेशा लोगों को रेगुलर कोर्स की डिग्री मिल जायेगी। अब तक पार्ट टाइम कोर्स की डिग्री मिलती थी, जिससे उनके कॅरियर में फायदा नहीं मिल पाता था। रेगुलर कोर्स की डिग्री मिलने से नौकरीपेशा लोगों को कॅरियर में काफी फायदा हो सकेगा। एआईसीटीई के नये निर्देश के अनुसार नौकरीपेशा बिना एनबीए मान्यता वाले इंजीनियरिंग कॉलेज में भी इवनिंग कक्षा में दाखिला ले सकते हैं।
बीटेक से लेकर एमटेक का कोर्स कर सकेंगे
एआईसटीई की नई गाइडलाइन में नौकरीपेशा लोग इंजीनियरिंग कॉलेजों से बीटेक से लेकर एमटेक का कोर्स भी कर सकेंगे। इसके अलावा इंजीनियरिंग डिप्लोमा और मैनेजमेंट का भी कोर्स वह कर सकेंगे। इन सभी कोर्स में उन्हें काम खत्म होने के बाद शाम में ही जाकर कक्षा करनी होगी। एआईसीटीई का कहना है कि इस नये कार्यक्रम से नौकरीपेशा लोगों का इंजीनियरिंग की पढ़ाई की तरफ आकर्षण बढ़ेगा।
पढ़ाई के प्रति बढ़ेगा रुझान
- देश के 112 आकांक्षी जिलों के इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए योजना
- सीतामढी सहित बिहार के 13 जिले के इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल
- नौकरीपेशा लोगों का इंजीनियरिंग की पढ़ाई की तरफ बढ़ेगा आकर्षण