बिहार 22 मार्च यानी आज 110 वर्ष का हो गया. बिहार सरकार हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस मनाती है. साल 1912 में बंगाल प्रोविंस से अलग होने के बाद बिहार अस्तित्व में आया और एक अलग स्वतंत्र राज्य बना. तब से लेकर अब तक के बिहार ने कई सारी कहानियों कई सारी घटनाओं को अपने अंदर आत्मसात किया है. इन 110 सालों में बिहार ने बहुत कुछ बदलते देखा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की शुरुआत
1912 से बिहार का एक अलग अस्तित्व बन चुका था, लेकिन बिहार दिवस मनाने की परंपरा सीएम नीतीश ने शुरू की. सत्ता संभालने के 5 साल के बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहल की और साल 2010 में पहली बार बिहार दिवस का आयोजन किया. इस आयोजन से बिहार के लोगों को जानने का मौका मिला कि बिहार का इतिहास कितना गौरवशाली समृद्ध है.
पटना में तीन दिवसीय कार्यक्रम
तीन साल के बाद इस बार फिर बिहार दिवस मनाया जा रहा है. बीते सालों में कोरोना के कारण आयोजन नहीं हो सका था. जल जीवन और हरियाली की थीम पर राजधानी पटना के गांधी मैदान में तीन दिन तक कार्यक्रम चलेगा. जिसमें रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत होने के साथ-साथ कई तरह के कार्यक्रम प्रदर्शित किए जाएंगे.
कार्यक्रम पर पड़ी कोरोना की मार
गौरतलब है कि पिछले तीन साल से बिहार दिवस कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया. साल 2019 में लोकसभा चुनाव की वजह से बिहार दिवस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था. तो वहीं साल 2020 और 2021 में कोरोना की वजह से बिहार दिवस कार्यक्रम नहीं मनाया गया. लेकिन इस बार कार्यक्रम को शानदार बनाने के लिए एडीचोटी का जोर लगाया जा रहा है.
कैलाश, सुखविंदर और रेखा भारद्वाज देंगी प्रस्तुति
कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक कलाकारों अपनी प्रस्तुति देंगे. कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर करेंगे. इसके अलावा सुखविंदर सिंह, रेखा भारद्वाज, अहमद और मोहम्मद हुसैन गजल प्रस्तुत करेंगे. इसके अलावा सुनंदा शर्मा और बंदिश ब्लेजर फ्यूजन पेश करेंगे इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी बिहार दिवस में मौका दिया गया है. वहीं, विज्ञान प्रदर्शनी भी कार्यक्रम में आयोजित की जाएगी.
सरकार के 18 विभाग शामिल
वहीं, सरकार के कुल 18 विभाग बिहार दिवस समारोह में शामिल हो रहे हैं. जिसमें कृषि, आपदा प्रबंधन, ऊर्जा, उद्योग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, ग्रामीण विकास, पर्यटन, स्वास्थ्य, महिला विकास निगम सूचना और जनसंपर्क, परिवहन, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन, बेल्ट्रॉन, बिहार रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी, पशुपालन, श्रम संसाधन और जन शिक्षा शिक्षा विभाग शामिल हैं.