बिहार के नालंदा जिले में बीते दिनों पहले 11 साल के सोनू कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने गुहार लगाई थी. इसके लिए उसने आगे पढ़ाई के इंतजाम करने की बात कही थी. जहां पर बच्चे का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. फिलहाल उसे नया स्कूल मिल गया है. जहां पर उसने नालंदा से कोटा तक का सफर तय कर लिया है. ऐसे में देश के नामी कोचिंग संस्थान एलेन एकेडमी में उसका एडमिशन हुआ है. वहीं, संस्थान के डायरेक्टर बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि कहा है कि सोनू IAS में सेवाएं देना चाहता है. ऐसे में जब तक वह आईएएस नहीं बन जाता, उसकी पढ़ाई के साथ-साथ रहने और खाने पीने का सब खर्चा एलन एकेडमी उठाएगी.
दरअसल, एलेन एकेडमी में एडमिशन होने के बाद नालंदा के सोनू कुमार ने एक वीडियो जारी किया. जहां पर उसने कहा कि कई लोग मेरे चाचा रंजीत कुमार पर आरोप लगा रहे थे कि वो सांसद या विधायक का टिकट ले लेंगे. मगर, तुम्हारा एडमिशन नहीं कराएंगे. इस पर सफाई पेश करते हुए सोनू ने कहा कि मेरे चाचा के पास कई विकल्प थे, लेकिन उनमें से मेरे भविष्य की चिंता को देखते हुए मेरा कोटा में एडमिशन कराया है. वहीं, मेरे चाचा ने मुझसे कहा है कि तुम अपना IAS का लक्ष्य कोटा के संस्थान में रहकर पा सकते हो.
जानिए कौन हैं नालंदा का सोनू?
बता दें कि, एलेन संस्थान के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने सोनू के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट के दरवाजे खोल दिए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि उसके रहने, खाने, कपड़े सबका इंतजाम एलन करेगा, तब तक जब तक वो प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना पूरा नहीं कर लेता. गौरतलब है कि नीमाकोल के रहनेवाले रणविजय यादव के बेटे सोनू कुमार ने बीते 14 मई 2022 को कल्याण विगहा में मुख्यमंत्री नितीश कुमार के सामने सरकारी स्कूलों में बदहाल शिक्षा-व्यवस्था के बारे में बताया था.
मदद को कई लोगों ने उठाए हाथ
वहीं, सोनू के वायरल वीडियो को कई जगहों से अच्छा रिस्पांस मिला. जहां पर स्कूलों की व्यवस्था को लेकर भी सवालों की झड़ी लग गई. इस दौरान मदद के लिए राजद नेता तेज प्रताप, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव से लेकर फिल्मी सितारों तक ने संपर्क किया. इस झड़ी में इनमें सोनू सूद का भी नाम शामिल है. लेकिन इस बच्चे ने सबके सहयोग को साइड लाइन करते हुए आखिरकार राजस्थान में कोटा जिले के एलेन एकेडमी को चुना.