उन्नावः जिले में एक डबल डेकर बस दूध के कंटेनर में पीछे जा घुसी. हादसे में 18 लोगों की मौत की सूचना है. वहीं, हादसे में 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं. सूचना पर ग्रामीण और पुलिस कर्मी पहुंच गए हैं. घायलों को अस्पताल भेजा गया है. राहत और बचाव का कार्य शुरू है. वहीं, हादसे की सूचना पर आला-अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं. पुलिस शवों की शिनाख्त में जुट गई है. बताया जा रहा है कि बस बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली जा रही थी. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को संज्ञान में लिया है. उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है. उन्होंने अफसरों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक हादसा बुधवार भोर करीब 4.30 बजे हुआ. लखनऊ -आगरा एक्सप्रेस वे पर बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के गढ़ा गांव के सामने बिहार से दिल्ली जा रही डबल डेकर बस एक दूध के कंटेनर में पीछे से जा घुसी. बस की रफ्तार काफी तेज थी. इस हादसे में अभी तक 18 लोगों की मौत की सूचना है. वहीं करीब 30 से ज्यादा यात्रियों के घायल होने की सूचना है.
हादसे के तुरंत बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया. वहीं, कई आला अधिकारियों को हादसे की सूचना दे दी गई है. आला अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं. पुलिस शवों की शिनाख्त में जुट गई है. वहीं, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है. कई यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि हादसा बुधवार तड़के हुआ है. पुलिस घायलों से भी पूछताछ कर रही है ताकि मृतकों की शिनाख्त की जा सके. घायलों को बांगरमऊ सीओ अरविंद चौरसिया के साथ पुलिस कर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया. घटना की सूचना पाकर उन्नाव डीएम व एसपी मौके पर पहुंच गए हैं.
दो परिवारों के 8 लोगों की मौत
पुलिस ने हादसे की सूचना तत्काल जिला मुख्यालय के साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम लखनऊ को दी. इसके बाद सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों की जांच कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि इस हादसे के 14 मृतकों की पहचान हो चुकी है.
इनमें दिलशाद पुत्र अशफाक निवासी मोदीपुरम (मेरठ, यूपी), बीटू पुत्र राजेन्द्र निवासी भादूर (शिवहर, बिहार), रजनीश पुत्र रामविलास निवासी सीवान (बिहार), लालबाबू दास पुत्र रामसूरज दास, भरत भूषण कुमार पुत्र लाल बहादुर दास, बाबू दास पुत्र रामसूरज दास और रामप्रवेश कुमार निवासी हिरागा (शिवहर, बिहार), मो. सद्दाम पुत्रर मो. बशीर निवासी गमरोली (शिवहर, बिहार), नगमा पुत्री शहजाद, शबाना पत्नी मो. शहजाद निवासी भजनपुरा (दिल्ली), चांदनी पत्नी मो. शमशाद, मो. शफीक पुत्र अब्दुल बसीर, मुन्नी खातून पत्नी अब्दुल बसीक, और तौफीक आलम पुत्र अब्दुल बसीर निवासी शिवोली, मुलहारी आदि शामिल हैं. इनके अलावा अभी भी चार अन्य मृतकों की पहचान बाकी है.