सीतामढी में, चिलचिलाती धूप में गांधी चौक से मेहसौल चौक और कॉलेज रोड पर भीषण जाम लगने की खबरें आई हैं। यह जाम न केवल लोगों की परेशानी का कारण बन रहा है, बल्कि समय की बर्बादी और प्रदूषण में भी वृद्धि कर रहा है।
जाम लगने के कई मुख्य कारण है जैसे:
अधिक वाहन: सड़कों पर वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके कारण सड़कों पर दबाव बढ़ रहा है।
कम चौड़ी सड़कें:सीतामढ़ी शहर की कई सड़कें संकरी हैं, जो बढ़ते हुए वाहनों की संख्या को संभालने में सक्षम नहीं हैं।
अव्यवस्थित पार्किंग : सड़कों के किनारे अवैध रूप से पार्किंग करने वाले वाहन भी जाम का कारण बनते हैं
ट्रैफिक सिग्नल की कमी: कुछ व्यस्त चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं होने से भी जाम लगता है।
अनुशासनहीनता: कई बार वाहन चालक यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं, जिससे भी जाम लगता है।
जाम की समस्या से निजात पाने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना: लोगों को निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
सड़कों को चौड़ा करना: व्यस्त सड़कों को चौड़ा करने से वाहनों की आवाजाही में सुधार होगा।
अवैध पार्किंग पर जुर्माना: सड़कों के किनारे अवैध रूप से पार्किंग करने वाले वाहनों पर जुर्माना लगाकर इस पर रोक लगाई जा सकती है।
ट्रैफिक सिग्नल लगाना:व्यस्त चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने से वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
यातायात नियमों का सख्ती से पालन: यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करने से अनुशासन में सुधार होगा।
उम्मीद की जाती है कि उपरोक्त उपायों को लागू करने से सीतामढ़ी शहर में जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।
रिपोर्टर सरोज राजा सीतामढी