सीतामढ़ी में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए ईवीएम और वीवीपैट का प्रथम रैंडमाइजेशन पूरा
सीतामढ़ी, 13 अक्टूबर 2025 — बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारी में जिला प्रशासन ने एक और महत्वपूर्ण चरण पूरा कर लिया है। सोमवार को समाहरणालय स्थित “विमर्श कक्ष” में ईवीएम (Electronic Voting Machine) और वीवीपैट (Voter Verifiable Paper Audit Trail) के प्रथम रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया संपन्न हुई।
यह रैंडमाइजेशन भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल EVM Management System (EMS) के माध्यम से किया गया। इस प्रक्रिया में प्रथम स्तरीय जांच (FLC) में सही पाए गए मशीनों को विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार यादृच्छिक रूप से आवंटित किया गया। पूरी प्रक्रिया निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत पारदर्शिता के साथ संचालित की गई।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि रहे मौजूद
प्रथम रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया में जिले के कई राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इनमें जनता दल (यूनायटेड), इंडियन नेशनल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, भाकपा (माले) लिबरेशन तथा आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि शामिल थे।
उपस्थित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया और पारदर्शिता सुनिश्चित करने को लेकर संतोष व्यक्त किया।
ईवीएम-वीवीपैट का विधानसभा अनुसार आवंटन
रैंडमाइजेशन पूर्ण होने के बाद, संबंधित विधानसभा क्षेत्रवार आवंटित ईवीएम और वीवीपैट की सूची जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, सीतामढ़ी और उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर से प्रमाणित की गई। यह सूची सभी राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त दलों के जिला स्तरीय कार्यालयों में भी उपलब्ध कराई गई है।
अब इन मशीनों को जिलाधिकारियों द्वारा विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाची पदाधिकारियों को आगामी चुनाव में उपयोग के लिए सौंपा जाएगा। बाद में इन्हें निर्धारित स्ट्रॉग रूम में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सुरक्षित रख दिया जाएगा।
अभ्यर्थियों को भी मिलेगी सूची
निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची को अंतिम रूप मिलने के बाद, उसी अनुसार रैंडमाइजेशन में चयनित ईवीएम और वीवीपैट की जानकारी संबंधित उम्मीदवारों को भी औपचारिक रूप से उपलब्ध कराई जाएगी।
जिला प्रशासन ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य तकनीकी सटीकता, निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है ताकि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव निर्बाध व निष्पक्ष माहौल में संपन्न हो सके।
