भारत सरकार के टेलिकॉम विभाग ने स्मार्टफोन और उसके चोरी होने वाली घटनाओं पर नकेल कसने के लिए एक नया कदम उठाया है. दरअसल, टेलिकॉम विभाग ने एक बड़ा कदम उठाते हुए कहा है कि अब मोबाइल निर्माताओं से हा कि भारत में तैयार होने वाले वाले हर एक डिवाइस का इंटरनेशनल मोबाइल इक्वीपमेंट आइडेंटीफाई (IMEI) नंबर रजिस्टर्ड करने को कहा है. साथ ही देश से बाहर तैयार होने वाले फोन को इंपोर्ट करने से पहले उसके IMEI नंबर की जानकारी शेयर करनी होगी.
टेलीकॉम विभाग द्वारा शेयर किए गए नोटिफिकेशन में कहा गया है कि भारत में तैयार होने वाले हर एक डिवाइस का IMEI नंबर भारत के टेलीकॉम विभाग द्वारा तैयार किए गए पोर्टल Indian Counterfeited Device Restriction पर रजिस्टर्ड करना होगा. साथ ही सेल की पहले जानकारी को भी शेयर करना होगा.
चोरी और गुम हुए फोन होंगे ब्लॉक
इस नोटिफिकेशन को मोबाइल डिवाइस इक्विप्मेंट आइडेंटिफिकेशन नंबर (अमेंडमेंट) नियम, 2022 की Prevention of Tampering के तहत जारी किया है. फिलहाल पोर्टल पर चोरी या गुम हुए मोबाइल को ब्लॉक करने की सुविधा ही उपलब्ध है.
ये है मकसद
सरकार ने खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ब्लॉक और टैक करने के लिए सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) प्रोजेक्ट लॉन्च कर चुकी है. Indian Counterfeited Device Restriction की मदद से चोरी के मोबाइल और उनके कंम्यूनिकेशन को रोकना है.
सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर प्रोजेक्ट का उद्देश्य
सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर प्रोजेक्ट (CEIR) का उद्देश्य चोरी या गुम हुए फोन से संबंधित शिकायतों को हल करना है. साथ ही नकली उपकरण से संबंधित समस्याओं को भी हल करना है. इतना ही नहीं इंपोर्ट किए गए नए डिवाइसों के आईएमईआई डिटेल्स को भी रजिस्टर्ड करना होगा.
कई चोरी और गुम फोन नहीं मिलते हैं
बताते चलें कि भारत में एंड्रॉयड ओएस पर चलने वाले फोन के चोरी या गुम होने के बाद मिलने की संभवना लगभग न के बराबर है. यह समस्या किसी आम आदमी को लेकर है, जिनके मोबाइल, मेट्रो, ट्रेन और बस आदि में गुम हो जाते हैं.