पटनाः अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस (DL) बनवाने को लेकर नियम में बदलाव किया गया है. लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग ने इन बदलावों को अमल में लाने के लिए निर्देश दिए हैं. सबसे अहम नियम है कि जिस जिले में लर्निंग लाइसेंस बनाया गया है, वहीं से स्थायी लाइसेंस भी बनेगा.
ये ऑप्शन अब हुआ खत्म
जानकारी के मुताबिक, बिहार में अब दूसरे जिले में स्थायी लाइसेंस बनाने का ऑप्शन खत्म कर दिया गया है. इस संबंध में परिवहन विभाग ने सभी जिलों के जिला परिवहन अधिकारी को पत्र लिखकर सॉफ्टवेयर में आवश्यक व्यवस्था करने का आदेश दिया है. लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस जहां बनेगा वहीं स्थायी भी होगा, वाहन चालक दूसरे जिले में जाकर स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना पाएंगे.
दूसरे जिलों में बनवा रहे थे DL
दरअसल, अब तक लर्निंग के बाद स्थायी लाइसेंस दूसरे जिले से भी बनवाने का प्रावधान था. परिवहन विभाग की वेबसाइट पर अब तक आवेदक लर्निंग लाइसेंस के बाद कहीं से भी स्थायी लाइसेंस बनाने का ऑप्शन था. इसके कारण जिन जिलों ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट अनिवार्य है. वहां से लर्निंग लाइसेंस बनाकर दूसरे जिलों में जाकर बिना टेस्ट दिये स्थायी लाइसेंस बना लेते थे. इससे वाहन चालक गाड़ी चलाना नहीं सीखते थे और दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं. परिवहन विभाग ने ठीक तरीके से प्रशिक्षण न पाने के कारण हादसे होने की बात कही थी.
कई लोगों ने किए हैं दूसरे जिलों से आवेदन
पटना जिले में तीन जनवरी से लेकर 15 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन का ऑप्शन सहित ऑनलाइन टेस्ट का भी स्लॉट बुक नहीं हो रहा था. इसके कारण हजारों आवेदक जिनका लर्निंग लाइसेंस फेल हो रहा था, उन्होंने दूसरे जिलों में जाकर स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है. स्थायी लाइसेंस के लिए 23 सौ रुपये का चालान कटाना पड़ता है. स्लॉट बुक कराने का अलग से 50 रुपये देने पड़ते हैं. इससे हजारों आवेदकों का लाइसेंस फंस सकता है.