पटना. महात्मा गांधी सेतु पर मंगलवार की शाम में भीषण जाम लग गया था. लगभग चार घंटे तक जाम बना रहा जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि, इस बीच उत्तर बिहार के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है कि अब उन्हें पटना आने-जाने में जाम नहीं झेलना पड़ेगा. राजधानी पटना को वैशाली से जोड़ने वाले गंगा पर बने महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का निर्माण कार्य जारी है. करीब 100 इंजीनियर, सुपरवाइजर और 1 हजार कर्मियों को लगा कर काम तेजी से किया जा रहा है. 46 पायों वाले इस पुल के 36 पायों का सुपर स्ट्रक्चर जंगरोधी स्टील से तैयार हो गया है. 13 स्पैन पर स्लैब भी रखा जा चुका है. मिली जानकारी के अनुसार सब ठीक रहा तो अगले साल मई 2023 में गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर वाहनों का परिचालन शुरू हो जाएगा.
बता दें कि इसे मार्च 2022 तक पूरा किया जाना था, लेकिन मानसून के समय वर्ष 2021 में गंगा का जलस्तर लंबे समय तक बढ़ा रहने के कारण काम में बाधा उत्पन्न हुई. पानी अधिक बढने और अधिक घटने पर भी निर्माण कार्य प्रभावित होता रहा. बता दें कि महात्मा गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन से ही वाहनों की आवागमन हो रही है. लेकिन, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 और 19 को जोड़ने वाले इस पुल के एक लेन पर वाहनों की संख्या अधिक होने, वाहनों की खराब होने तथा ओवरटेक के कारण जाम की समस्या बनी रहती है. यहां यह भी बता दें कि इसके चालू हो जाने से वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, कटिहार, किशनगंज और कटिहार जाना आना बेहद आसान हो जाएगा.
विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 46 पिलरों वाले गांधी सेतु के 39 पिलर के पियर कैप का काम हो चुका है. इस पियर कैप पर लोहे का स्ट्रक्चर रखा गया है. यहां यह भी बता दें कि पूर्वी व पश्चिमी लेन के दोनों ओर साढ़े तीन फीट का फुटपाथ बनाया जाएगा. इसके लिए सरिया बिछाया गया है. डेढ़ फीट फुटपाथ का इस्तेमाल यूटिलिटी कोरिडोर के लिए किया जा रहा है. इससे पानी-बिजली व काम के लिए केबल लगाया जाएगा. पैदल यात्रियों की आवागमन के लिए सेतु के दोनों लेन पर 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ होगा. सेतु के लेन पर LED लाइट लगाई गई है.
बता दें कि महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेने पर सुपर स्ट्रक्चर का काम जुलाई 2020 में पूरा कर लिया गया था और इसका उद्घाटन भी 31 जुलाई 2020 को कर दिया गया है. वहीं पूर्वी लेन पर निर्माण कार्य नवंबर 2020 में शुरू किया गया था, जिसके 31 मार्च 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.