सीतामढ़ी: मानसून के करीब ढाई महीने निकल जाने के बाद अब अंतिम चरण में जाकर जिले वासियों पर मेहरबान हुआ है। पिछले 5 दिन से जिले के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग समय पर कहीं रिमझिम फुहार पड़ रहा है तो कहीं रुक-रुक कर ही बारिश हो रही है। पूरा आसमान काले-काले बादलों से ढका हुआ है और ठंडी-ठंडी पुरवा हवा चल रही है, जिससे लोगों को उमस से पूरी तरह से राहत मिली हुई है। मौसम काफी खुशनुमा बना हुआ है। मौसम का मिजाज देखकर किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। दूसरी ओर मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को जिले में बारिश हो सकती है।
खेतों में लगा है पानी : किसान
बथनाहा प्रखंड के किसान अमरेंद्र सिंह और रमेश मिश्र ने बताया कि समय पर बारिश नहीं हुई। किसान जून से ही बारिश के इंतजार में टकटकी लगाए हुए थे। आसमान में बादलों का जमावड़ा हो रहा था, लेकिन बरसने का नाम नहीं ले रहा था। इस बीच ज्यादातर किसान पंप सेट के जरिए काफी खर्च कर धीरे-धीरे धान की रोपनी करना शुरू किये और अधिकतर खेतों में धान की रोपनी संपन्न हो गई। बारिश के अभाव में खेतों में दरार पड़ गये और धान के पौधे सूखने लगे थे, पीले पड़ने लगे थे। इससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई थी। हालांकि पिछले चार-पांच दिन से रुक-रुक कर हो रही मामूली बारिश ने भी किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दिया है। खेतों में पड़े दरारें भर गई है। सूख रहे और पीले पड़ चुके धान के पौधों में हरियाली आ गई है। ज्यादातर खेतों में पानी भी जमा हुआ है, जो धान के पौधों के लिए अमृत समान है।
रविवार को भी बारिश की संभावना
शनिवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश हुई है। शहर में भी मध्यम दर्जे की ही बारिश हुई है। कृषि वैज्ञानिक रामेश्वर प्रसाद और मौसम वैज्ञानिक रणधीर कुमार ने बताया कि शनिवार की तरह रविवार को भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। इधर, बारिश से शहर की सूरत बिगड़ गई है। विभिन्न सड़कों पर पानी का जमाव और कीचड़ से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। उधर, रीगा-मेजरगंज मुख्य पथ में रीगा पुराना थाना के सामने सड़क पर 2 से 3 फीट पानी जमा हो जाने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। इस सड़क पर प्रतिदिन बस, ट्रक, ऑटो समेत छोटी-बड़ी गाड़ियां गुजरती है। जलजमाव के कारण सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढे में वाहनों के पलटने की संभावना बनी रहती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अब तक गई बाइक और ऑटो पलट चुकी है।