लोकसभा में एआईएमआईएम सांसद असदउद्दीन ओवैसी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मोदी सरकार पर कई सवाल उठाए हैं.
ओवैसी ने हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा, मणिपुर, चीन से सीमा विवाद जैसे कई मुद्दों पर सरकार को घेरा.
ओवैसी ने कहा, ”हिसाब को एक मसला बना दिया गया और मुस्लिम बच्चियों को तालीम से महरूम कर दिया गया. क्या ये जमीर की आजादी है. कहां गया आपका जमीर?”
वो बोले, ”अभी वित्त मंत्री ने कहा कि यहां पर डीएमके की सांसद कनिमोझी ने महाभारत की द्रोपदी का जिक्र किया. मैं ये पूछना चाहता हूं कि बिलकिस बानो, इस देश की बेटी है या नहीं? जिस बिलकिस बानो को 11 लोगों ने रेप किया. प्रेग्नेंट थी. उसकी मां का रेप किया, उसकी बेटी और उसकी मां का कत्ल कर दिया. आपने कातिलों को रिहा कर दिया. ये आपका जमीर है?”
चीन का मुद्दा उठाते हुए ओवैसी ने कहा, ”2013 में जब प्रधानमंत्री नहीं बने थे तो कहा था कि समस्या, बार्डर पर नहीं, दिल्ली में है. अगर हम अपनी जमीन पर हैं तो डिसएंगेजमेंट क्यों कर रहे हैं? क्या आज चीन हमारी जमीन पर नहीं बैठा है?डिएस्क्लेशन कब होगा? प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में शी जिनपिंग को बुलाकर झूला झुलाया था. क्या नतीजा निकला. चेन्नई दिखाया था, क्या नतीजा निकला उसका. इसलिए चीन पर बोलिए, चीन को उखाड़ कर फेंकिए.”
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर मोदी सरकार बीते दिनों से हमलावर रही है.
सरकार ने क्विट इंडिया यानी भारत छोड़ो आंदोलन का नाम लेकर इंडिया गठबंधन पर तंज करने की कई कोशिशें कीं.
अब ओवैसी ने भी इसी ‘क्विट इंडिया’ के नाम का ज़िक्र संसद में किया.
उन्होंने कहा, “कल हमारे गृह मंत्री ने कहा था क्विट इंडिया. अगर इनको ये मालूम हो जाए कि क्विट इंडिया का नारा एक मुसलमान ने दिया था, तो वो भी नहीं बोलेंगे. नहीं मालूम था इनको. यूसुफ़ मेहर अली ने क्विट इंडिया का नारा बनाया, जिसे महात्मा गांधी ने सारे देश में एक पैगाम किया. अगर इस देश में आज क्विट इंडिया करना है, तो कहना होगा कि चीन क्विट इंडिया, जो गौ रक्षक है, जिसका नाम मोनू है, वो आपके लिए मोनू डार्लिंग बन गया है. उसको कहिए, क्विट इंडिया.”