मोतिहारी में रक्सौल के एक व्यापारी पुत्री को मो. शमशेर खान नामक मानव तस्कर भगा ले गया था। उसके बाद पीड़िता के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद एएचटीयू द्वारा उसका सफल रेस्क्यू कर लिया गया। इस रेस्क्यू को बहुत मुश्किल से किया गया और इसमें जो खुलासा हुआ, वह काफी दिलचस्प है। इसमें अपराधी मो. शमशेर खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी पहचान मानव तस्कर के रूप में हुई है, जो शादीशुदा और तीन बच्चों का पिता भी है। आरोपी शमशेर खान वार्ड-6 खाजुरीबाड़ी हरीपुर अररिया निवासी मो. मुहउद्दीन खान का बेटा है।
जानकारी के मुताबिक, एसएसबी की एएचटीयू के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने आरोपी शमशेर खान को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी शमशेर खान अररिया से एक महिला को भगा कर रक्सौल लाया था। यहां आकर वह एक स्थानीय व्यापारी के यहां काम करने करने लगा। यहां भी उसने उक्त व्यापारी की नाबालिग बेटी अंजलि कुमारी को मोहजाल में फंसा लिया, जो अभी सिर्फ 8वीं कक्षा में ही पढ़ रही थी।
गौरतलब है कि मनोज शर्मा एएचटीयू टीम के इंस्पेक्टर हैं और रक्सौल में पदस्थापित थे। लेकिन फिलहाल इनका रक्सौल से असम स्थानांतरण हो गया है। लेकिन अभी भी रक्सौल इलाके में इनके काम को लोग याद करते हैं। इन्होंने रक्सौल रहकर एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों का रेस्क्यू किया है और अपराधियों को पकड़ा भी है।
रक्सौल के उक्त मामले में व्यापारी ने इनको वर्तमान पदस्थापना वाले असम पत्र भेजकर उनकी बेटी को रेस्क्यू करने का अनुरोध किया। पत्र में उन्होंने बताया कि उनकी दुकान में अपराधी शमशेर खान ने काम करने के दौरान मौका पाकर दुकान से रुपये की चोरी करने के साथ ही उनकी नाबालिग बेटी को भगाकर तमिलनाडु ले गया है। वहां उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर अंजलि कुमारी को बुर्का पहनाकर उसकी फोटो भी अपलोड कर दी है। सामाजिक कार्यकर्ता दिग्विजय पार्थ की मदद से नाबालिग लड़की के पिता की ओर से इस संदर्भ में पुलिस के पास एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
इस आवेदन के बाद इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने उस पर कार्रवाई शुरू कर दी। फिर अपराधी मोहम्मद शमशेर खान की लोकेशन को ट्रेस करवाया गया, जो कि तमिलनाडु में दिखा रहा था। लेकिन लोकेशन की ग्रेडिंग सही न होने से उसके पास नहीं पहुंचा जा सकता था। इसके साथ ही प्रियांक कानूनगो अध्यक्ष राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण (एनसीपीसीआर) भारत सरकार नई दिल्ली, इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा क्षेत्रक मुख्यालय, एसएसबी बेजपारा मंगलदोई (असम) और डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह मिशन मुक्ति फाउंडेशन नई दिल्ली ने मिलकर ‘आउटस्ट्रेच्ड आर्म्स’ नामक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
इस दौरान आरोपी मोहम्मद शमशेर खान को लगातार एक सप्ताह तक ट्रैक किया गया। चूंकि पिन पॉइंट लोकेशन नहीं मिल पा रहा था तो उसको तमिलनाडु में गिरफ्तार नहीं किया जा सका। कुछ दिन बाद इसकी जानकारी मिली कि वह मुजफ्फरपुर में है। एसएसपी पुलिस मुजफ्फरपुर को आयोग की तरफ से दिशानिर्देश और इसकी लोकेशन भी दी गई। फिर इसकी खोजबीन वहां होती रही, लेकिन वह वहां से भी बच निकला। फिर इसकी लोकेशन की जानकारी सीतामढ़ी में मिली। इसके बाद आयोग द्वारा पुपरी थाना सीतामढ़ी बिहार को दिशानिर्देश और इसकी लोकेशन दी गई। फिर वहां भी इसकी खोजबीन शुरू हो गई और इसको पुपरी थाना क्षेत्र में सफलता पूर्वक पकड़ लिया गया।
पीड़ित लड़की ने पूछताछ में बताया कि उक्त अपराधी ने उसको बाहर ले जाकर इस्लाम मजहब के अनुसार बुर्का पहनाया। उसे कोई जानकारी नहीं कि उसके साथ क्या हुआ। अब पुलिस की आगे की जांच में और जानकारी निकलेगी। गौरतलब है कि मो. शमशेर खान जिस महिला को रक्सौल लाया था, उसने उसको रक्सौल के कौरिहार चौक पर ही छोड़ दिया था। उक्त लड़की के साथ इसके भागने के बाद बताया कि उसको भी वह इसी तरह धोखा देकर घर से भगाकर रक्सौल लाया। उसने उसको कोई ऐसा पदार्थ खिला दिया जिससे मो. शमशेर खान के लिए ही वह दीवानी हो गई। दो हफ्ते बाद उसे होश आया तब वह खूब रोई थी। किन्तु सब ओर से निराश होकर फिर उसके साथ ही रहने लगी।