भारत के लिए चीन दिन प्रति दिन खतरा बनता जा रहा है। इस बीच एक बार फिर चीन ने सीमा पर भारत के खिलाफ साजिश रचना शुरु कर दिया है। लद्दाख से लगने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन 6 हेलीस्ट्रिप का निर्माण कर रहा है। भारत के लिए खतरा इसलिए ज्यादा है क्योंकि लद्दाख से इसकी दूरी मात्र 100 मील है। हालांकि, इस मामले पर अभी भारत सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। बता दें, इससे पहले भी कई बार चीन ने ऐसी हिमाकत की है। जिसके बाद भारत और चीन के बीच संघर्ष भी देखने को मिला था। साल 2020 में गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद भारत की ओर सैनिकों की संख्या में इजाफा किया गया था।
बंकर बनाने की कोशिश
पहली बार नहीं जब चीन ऐसी हरकत कर रहा है। इससे पहले जुलाई में चीन ने पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास खुदाई की थी। माना जा रहा था कि वह यहां पर अंडरग्राउंड बंकर बना रही थी, ताकि हथियारों, ईंधन और गाड़ियों को स्टोर करने के लिए मजबूत शेल्टर बनाया जा सके। सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए भी इस राज से पर्दा उठा था। जिस इलाके में बंकर बनाया जा रहा था, वो मई 2020 से ही खाली पड़ा हुआ था। इस इलाके में चीन का सिरजाप बेस है, जहां उन चीनी सैनिकों के ठहरने की व्यवस्था की गई है, जो पैंगोंग झील के आस-पास तैनात किए जाते हैं। सिरजाप बेस के कंस्ट्रक्शन का काम 2021-22 में किया गया था। यहां पर हथियारों को स्टोर करने के लिए अंडरग्राउंड बंकर बनाया गया था।
कई इलाकों के नाम बदले थे
चीन, भारत के कई हिस्सों को अपना मानता है। विस्तारवादी राष्ट्र की यह मंशा कई बार दुनिया के सामने भी आई है। इसी साल चीन ने अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों के नाम बदले थे। चीन के इस कृत्य पर भारत ने कठोर आपत्ति जताई थी। हालांकि, चीन की विस्तारवादी नीति से हर पड़ोसी राष्ट्र परेशान है।