सीतामढी: कोरोना महामारी एक ऐसी त्रासदी के रूप में सामने आई थी , जिसका असर सभी पर देखा गया। ऐसा ही एक बालिका बेलसंड प्रखण्ड के भोरहा गाँव की है जिन्होंने अपने अभिभावकों को इस महामारी में खो दिया है। यह याद फिर से एक वार ताजा तब हुआ जब डीएम रिची पाण्डेय ने अपने कार्यालय कक्ष मे भोरहा निवासी अपनों को खोय अनाथ बालिका सलोनी कुमारी से अपने अभिभावकों के बारे मे जानकारी ली|
डीएम ने संवेदना के साथ बालिका से बात करते हुए उसके पढ़ाई के बारे मे पूछा , सलोनी ने सभी जानकारी को सहजता के साथ जबाब भी दिए | डीएम ने आगे पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किए | सलोनी कुमारी अभी इन्टर मे पढ़ाई कर रही है | इनका देख –रेख और संरक्षण चाचा-चाची के द्वारा किया जाता है|
वरीय उप समाहर्ता -सह- सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई अभिराम त्रिवेदी ने कहा किसी प्रकार का कोई दिक्कत महसूस हो तो तत्काल हमारे संज्ञान में दे | मौके पर उड़ान परियोजना यूनिसेफ व प्रथम संस्था के जिला समन्वयक सुधीर कुमार, अभिभावक रेखा सिंह, संजय कुमार सिंह मौजूद रहे |