बिहार में टीचर भर्ती पर कई सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि शिक्षक बहाली में BPSC की ओर से हुई घोर लापरवाही बरती गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक लगभग 20 हजार के आसपास फर्जी शिक्षकों को पकड़ा चुका है. अब फर्जी टीचरों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक, मोतिहारी में शिक्षिका कुमारी रूपलता के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. मध्य विद्यालय, टिकैता स्कूल में ये शिक्षिका कार्यरत हैं. इन पर फर्जी कागजात के आधार पर नियुक्ति पाने का आरोप लगा है. जिसके बाद निगरानी विभाग ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. विभाग के डीएसपी राजेश कुमार ने शिक्षिका पर FIR दर्ज कराई है. इसी के साथ जिले में अबतक 40 शिक्षकों पर कार्रवाई हो चुकी है. वहीं दूसरे लोगों पर भी चांज शुरु कर दी गई है.
उधर BPSC में फर्जी शिक्षकों की बहाली का मामला सामने आने के बाद समस्तीपुर में बड़ी संख्या में अब संदिग्ध शिक्षकों ने स्कूल आना छोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में कुछ शिक्षक बिना कोई कारण बताए गायब हो गए हैं. इस फर्जीवड़े को देखकर नहीं लगता है कि बिना शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिली भगत के इतने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम नहीं दिया जा सकता है. संगठन नेता सरकार से इस मामले की विजलेंस से जांच कराने की मांग कर रहे है. उनका कहना है कि अगर सरकार उनकी मांग पर जल्द संज्ञान नहीं लेती है तो वो मामले को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.
वहीं जिले में शिक्षक बहाली में हुए फर्जीवड़े को लेकर छात्र संगठन ने भी शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा ) ने शिक्षा भवन पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. संगठन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह जिला सचिव सुनील कुमार का कहना है कि बीपीएससी शिक्षक बहाली में समस्तीपुर जिले में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है. मीडिया के माध्यम से जो मामला उजागर किया गया है और शिक्षा विभाग के अधिकारी अनभिज्ञता जाहिर कर रहे है.