रतन टाटा…आज की तारीख इस नाम के साथ ही हमेशा याद रखी जाएगी, क्योंकि अरबों-खरबों का कारोबारी साम्राज्य संभालने वाला ये शख्स आज के ही दिन दुनिया को अलविदा कह गया. रतन टाटा का पूरा जीवन ‘सादगी’ की एक मिसाल है. उनके जीवन को देखने पर आपको कई ऐसे उदाहरण देखने को मिल जाएंगे, जैसे ‘रामायण’ में राजा जनक के चरित्र में दिखाई देते हैं.
रतन टाटा की कंपनी टाटा मोटर्स दुनिया की सबसे लग्जरी कारों में से एक ‘जगुआर’ और ‘लैंड रोवर’ बनाती है. उनके पास इतनी दौलत रही है कि वह दुनिया की कोई भी कार खरीद सकते हैं, लेकिन अपने अंत समय में वह आपको हमेशा ‘नैनो’ से सफर करते दिखाई दिए होंगे.
उनकी सादगी की तारीफ इस बात से भी है कि मृत्यु से कुछ दिन पहले जब उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर आई, लोगों ने उनके देहांत के कयास लगाने शुरू किए, तो उन्होंने खुद अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इसका खंडन कर दिया. इस पर कोई हो-हल्ला या शोर शराबा देखने को नहीं मिला.
आखिरी पलों का गवाह बना ‘बख्तावर’
लगभग 3 दशक तक टाटा ग्रुप को हेड करने वाले रतन टाटा ने अपने जीवन के अंतिम क्षण ‘बख्तावर’ नाम के घर में बिताए. इस घर को देखने पर आपको पता चलेगा कि इसमें अमीरियत की कोई ठसक नहीं है. ना ही पैसे की शोशेबाज़ी है, बस है तो आज की दुनिया के नए नवेले शब्द ‘मिनिमलिस्ट’ की छाप और ‘शांति एवं सादगी’ का अनुभव.
रतन टाटा का ये घर मुंबई के कोलाबा एरिया में हैं. इसका नाम ‘बख्तावर’ है, जिसका मतलब होता ‘अच्छी किस्मत लाने वाला’. ये बात रतन टाटा के पूरे जीवन पर भी लागू होती है. टाटा समूह में शीर्ष पर रहते उन्होंने कई ऐसे फैसले किए, जो पूरे ग्रुप के लिए ‘अच्छी किस्मत लेकर’ आए. इसमें लंदन की स्टील कंपनी ‘कोरस’ और चाय कंपनी ‘टेटली’ का अधिग्रहण शामिल है.
‘बख्तावर’ पर है रतन टाटा की छाप
रतन टाटा ने जहां अपने अंतिम क्षण बिताए, उस घर ‘बख्तावर’ पर उनकी स्पष्ट छाप दिखती है. ये घर एक सी-फेसिंग (Sea Facing) प्रॉपर्टी है, जो ठीक कोलाबा पोस्ट ऑफिस के अपोजिट में पड़ती है. ये महज 13,350 स्क्वायर फुट एरिया का है. इस बंग्ले में बस 3 मंजिल हैं, वहीं सिर्फ 10-15 कारों की पार्किंग की जगह है.
ये घर काफी सिंपल और मिनिमलिस्टिक डिजाइन का है. इसे पूरी तरह से सफेद रंग में रंगा गया है. वहीं घर में धूप की रोशनी अच्छे से आए, इसके लिए बड़े-बड़े विंडो स्पैन का इस्तेमाल किया गया है. ये घर के लिविंग रूम से लेकर बेडरूम तक देखने को मिलते हैं.
कंफर्ट देने वाला लिविंग रूम दिखता है. कहा जाता है ना कि ‘कंफर्ट से बेहतर कोई लग्जरी नहीं’, बस ये घर भी उसी तरह बनाया गया है.