बिहार वाकई में गजब है. अभी पिछले साल बांका जिले में वहां कीसड़क गायब हुई थी अब एक कदम आगे का मामला सामने आया है. इस बार बिहार के ही दरभंगा जिले में तालाब ही चोरी हो गया है. रात में तालाब था जबकि सुबह हुई तो वहां तालाब नहीं था बल्कि झोपड़ियां बनी हुई थीं. हुआ यह कि रातोंरात तालाब चोरी हो गया. जी हां आपने सही पढ़ा है, तालाब ही चोरी हो गया है. पहले तालाब का पानी निकाला गया फिर उसे मिट्टी से पाट दिया गया. इसके बाद उस जगह पर झोपड़ियां भी बना दी गईं. अब पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इस घटना के सामने आने के बाद लोगों भौचक्के रह गए.
मिट्टी से पटा हुआ था और…
असल में यह घटना बिहार के दरभंगा जिले की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दरभंगा जिले के कादिराबाद इलाके में यह तालाब था. इसका नाम ‘नीम पोखर’ बताया गया. बताया गया कि गुपचुप तरीके से रात में तालाब में मिट्टी भराई का काम अवैध रूप से भूमाफिया ने शुरू किया था. हालांकि कई दिनों से चुपके से यह काम हो रहा था लेकिन हद तो तब हो गई जब एक रात में सबने वहां कुछ नहीं देखा और सुबह देखा तो तालाब गायब था, मिट्टी से पटा हुआ था और झोपड़ियां बनी हुईं थी.
तालाब का कोई निशान नहीं मिला
बताया गया कि शिकायत के बाद जब मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे तो भी मिट्टी भराई का काम चल रहा था. पुलिस के मुताबिक तालाब कथित तौर पर सरकार का था और प्रशासन इसका रिकॉर्ड रखता था. हालांकि जब वे पहुंचे तो तालाब का कोई निशान नहीं मिला और साइट पर एक अस्थायी झोपड़ी बनाई गई है. साथ ही क्षेत्र की बाड़ लगा दी गई थी. फिलहाल काम को रोक कर यूज में आ रहे सामान को भी जब्त किया गया है. अधिकारियों ने भी यह बात कबूल की है कि सिर्फ एक सप्ताह के अंदर फिर भूमाफियाओं ने लगातार रात के अंधेरे में मिट्टी भर कर तालाब को समतल जमीन बना दिया.
जांच के आदेश दिए गए
फिलहाल जांच के आदेश दिए गए हैं. डीएसपी अमित कुमार ने नीम पोखर तालाब की स्पष्ट अनुपस्थिति देखी. उधर रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जमीन पर अवैध गतिविधियों में शामिल एक ग्रुप द्वारा अतिक्रमण किए जाने के कारण तालाब मिट्टी से भर गया है. इतना ही नहीं स्थानीय निवासियों ने कई दिनों तक रात के दौरान क्षेत्र में ट्रकों और मशीनरी की आवाजाही के बारे में अधिकारियों को सचेत किया था, इसके बावजूद भी यह घटना हो गई है.