सीतामढ़ी जिले में बॉर्डर पर अब तक करीब दो दर्जन विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की गई है। इनमें अधिकांश इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तब पकड़े गए थे, जब नेपाल से भारत या भारतीय क्षेत्र से नेपाल में प्रवेश कर रहे थे। इनमें से कई बेल पर हैं, तो कई जेल में ही बंद है। इधर, जापान की दो महिलाओं के सीतामढ़ी में आने और फिर आराम से नेपाल लौट जाने की खबर मिली है। खास बात यह कि इन दोनों जापानी महिलाओं के संबंध में सुरक्षा एजेंसियों को कोई भनक तक नहीं लगी।
श्रीखंडी भिट्ठा गांव में पहुंची थी महिलाएं
बताया गया है कि शनिवार की शाम नेपाल के रास्ते सीतामढ़ी जिले के श्रीखंडी भिट्ठा गांव में दो जापानी महिलाएं पहुंची थी। इसमें से एक अपने को जापानी रिपोर्टर और दूसरी महिला नई दिल्ली की रिपोर्टर बता रही थी। दोनों जापानी महिलाएं श्रीखंडी भिट्ठा गांव के मोहन प्रसाद के घर पर पहुंची और परिवार के लोगों से उनकी डिटेल लेने लगी। उस दौरान मोहन प्रसाद घर पर नहीं थे। बता दें कि मोहन प्रसाद भिठ्ठामोड़ चौक पर वसुधा केंद्र का संचालन करते हैं। प्रसाद और उनका बेटा ऋषि कुमार क्रिप्टो करेंसी मामले में फंसे हुए हैं और दोनों के खिलाफ कोर्ट में मामला चल रहा है।
क्रिप्टो मामले में कर रही थी पूछताछ
बताया गया है कि दोनों महिलाएं मोहन प्रसाद के परिवार से क्रिप्टो करेंसी के मामले में ही जानकारी ले रही थी। प्रसाद की पत्नी से पूछा कि क्रिप्टो केस में आपका वकील कौन है। तब प्रसाद की पत्नी ने फोन कर पति को इन महिलाओं के बारे में जानकारी दी। वसुधा केंद्र से मोहन प्रसाद जबतक घर पर पहुंचते कि दोनों महिलाएं गाड़ी से निकल गई। बताया जा रहा है कि गाड़ी पर भारतीय नंबर अंकित था। बताया गया है कि दोनों महिलाएं भिठ्ठामोड़ होते हुए नेपाल की ओर चली गईं।
एक महिला छोड़ गई विजिटिंग कार्ड
बताया गया है कि एक महिला मोहन प्रसाद के घर पर अपना विजिटिंग कार्ड देकर गई। इस संबंध में मोहन प्रसाद ने विशेष कुछ जानकारी नहीं दी। उन्होंने जानमाल का खतरा होने की बात कही है। इधर, दोनों जापानी महिला का फोटो मोहन प्रसाद के बेटी ने चोरी-छिपे अपनी मोबाइल से ले ली थी, जो अब वायरल हो रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को जापानी महिलाओं के संबंध में भनक तक नहीं लगी। बाद में मोहन प्रसाद के परिजन ही पुलिस को जानकारी दिए।
