दिल्ली में फिक्की के 95वें वार्षिक सम्मेलन और एजीएम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहके कहा कि हम दुनिया के कल्याण के लिए काम करने के लिए एक महाशक्ति बनना चाहते हैं। फिक्की के 95वें वार्षिक सम्मेलन और एजीएम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इनमें से सबसे पहले संकल्प को पूरा किए बिना भारत विश्व की महा शक्ति नहीं बन सकता। हमने विपक्ष में नेताओं की मंशा पर कभी सवाल नहीं उठाया, हमने सिर्फ नीतियों के आधार पर बहस की हैऔर सच बोलने से राजनीति होती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गलवान हो या तवांग, हमारे रक्षा बलों ने अपनी वीरता और पराक्रम को साबित किया है। 1949में, चीन की जीडीपी भारत की तुलना में कम थी। 1980तक भारत शीर्ष 10अर्थव्यवस्थाओं की सूची में भी नहीं था… 2014में भारत विश्व अर्थव्यवस्थाओं में 9वें स्थान पर था। आज भारत 3.5ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के करीब है और दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पीएम ने ‘पंच प्रण’ यानि पांच संकल्पों की बात की थी जिनमें पहला-विकसित भारत का निर्माण, दूसरा-गुलामी की हर सोच से मुक्ति, तीसरा-विरासत पर गर्व, चौथा-एकता और एकजुटता व पांचवा-नागरिकों द्वारा कर्तव्य पालन, यह 5बातें शामिल है। ये भारत को सुपर पावर बनाने के लिए आवश्यक हैं और यह नहीं माना जाना चाहिए कि हम किसी देश पर हावी होना चाहते हैं या हमारा किसी अन्य देश की एक इंच जमीन पर भी कब्जा करने का इरादा है।