उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. कोहरे की घनी चादर, हाड़ कंपा देने वाली गलन, सर्दी के सितम से जनजीवन बेहाल है. बिहार में सरकार ने कड़ाके की सर्दी को देखते हुए राजधानी पटना समेत अलग-अलग शहरों में रैन बसेरा बनवाए हैं. मंगलवार की रात बिहार सरकार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने राजधानी पटना में देर रात को रैन बसेरों का निरीक्षण किया और इंतजाम देखे.
तेजस्वी यादव ने रैन बसेरों के निरीक्षण के बाद कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स और वाई-फाई की व्यवस्था भी रैन बसेरे में की जाएगी. तेजस्वी ने कहा है कि अधिकारियों को अग्निशमन उपकरणों की व्यवस्था करने के निर्देश भी हमने दे दिए हैं.
उन्होंने पटना के रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया और इस दौरान ठंड से ठिठुरते नजर आए लोगों में कंबल भी वितरित किए. तेजस्वी यादव ने कहा कि कड़ाके की सर्दी गरीब भाइयों के लिए समस्या उत्पन्न न करें, इसके लिए हमारी सरकार ने रैन बसेरों के साथ ही अस्थायी आश्रय स्थलों के इंतजाम किए हैं जो पूरी तरह मुफ्त हैं.
तेजस्वी ने लोगों से बात कर जानीं समस्याएं
बिहार के डिप्टी सीएम ने रैन बसेरों के औचक निरीक्षण के दौरान लोगों से बात कर इंतजाम के संबंध में जानकारी भी ली और संबंधित अधिकारियों को ये निर्देश भी दिए कि उन कमियों को तत्काल दूर किया जाए. उन्होंने सड़क किनारे फुटपाथ पर, पुल-फ्लाईओवर के नीचे कड़ाके की ठंड में ठिठुरते लोगों को अपने कोष से कंबल दिए.
तेजस्वी यादव ने कहा कि रैन बसेरों और आश्रय स्थलों में बिस्तर और कंबल की व्यवस्था की गई है. रैन बसेरों को आसपास के शौचालयों से जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि जहां आसपास शौचालय नहीं हैं, वहां अलग से शौचालयों की व्यवस्था की गई है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के मुताबिक सभी रैन बसेरों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था है. जरूरी सामान रखने के लिए सभी लोगों के लिए अलग बक्से की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है.
रिक्शा-ठेले वालों के लिए अलग इंतजाम
बिहार सरकार के डिप्टी सीएम ने कहा है कि जो भाई अपने रिक्शा, ठेले और अन्य वाहनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं और रैन बसेरों की सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. उनके लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि आश्रय स्थलों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि रैन बसेरों का लाभ उठाने के लिए प्रक्रिया सरल बनाने के निर्देश दिए हैं जिससे अधिक से अधिक लोग इनका लाभ उठा सकें.