बांग्लादेश में नाव पलटने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है. मरने वालों में अधिकतर बच्चे और महिलाएं हैं. प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी. पश्चिमोत्तर बांग्लादेश के सदियों पुराने मंदिर में हिंदू श्रद्धालुओं को ले जा रही एक नाव उत्तर-पश्चिमी पंचगढ़ जिले में कोरोटो नदी में पलट गई. इस नाम में करीब 150 लोग सवार थे. स्थानीय थाना प्रभारी अधिकारी सुजॉय कुमार के मुताबिक, अधिकारियों ने 25 से अधिक लोगों के शव बरामद किए हैं, जिससे इस घटना में जान गंवाने वालों की संख्या 51 हो गई है. इनमें 13 बच्चे, 25 महिलाएं और 12 पुरुष शामिल हैं.
कुमार ने कहा, दिनाजपुर में एक नदी में कुछ शव मिले. नदी के तेज बहाव के कारण शवों के पास की सहायक नदियों में बहने की आंशका है. पुलिस और दमकल विभाग इसी को ध्यान में रखते हुए अपना बचाव अभियान चला रहे हैं. पंचगढ़ के अतिरिक्त उपायुक्त (राजस्व) दीपांकर रॉय ने कहा कि बरामद किए गए शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है. रॉय, जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति का नेतृत्व कर रहे हैं. मीडिया की खबरों में यात्रियों के रिश्तेदारों के हवाले से कहा गया है कि लगभग 58 यात्री लापता हैं, जबकि अधिकारियों ने पहले कहा था कि नाव में 80 यात्री सवार थे.
नाव में 150 से अधिक यात्री थे सवार
प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि नाव में 150 से अधिक यात्री सवार थे. कुछ लोग तैरकर नदी के किनारे वापस चले गए, लेकिन कई अभी भी लापता हैं. ‘ढाका ट्रिब्यून अखबार’ ने जांच निकाय प्रमुख रॉय के हवाले से कहा, ‘शुरुआती जांच के मुताबिक, नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे.’ अखबार के मुताबिक, ‘हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि नाव के डूबने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं, लेकिन इसका खुलासा समिति द्वारा अपनी जांच पूरी करने के बाद किया जाएगा.’
30 से अधिक लोग अब भी लापता
उप-जिले के प्रशासनिक प्रमुख सोलेमान अली ने कहा, ‘नाविक ने कुछ लोगों को नाव में वजन कम करने के लिए उतरने को कहा था, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी.’ रॉय ने कहा कि पंचगढ़ में दमकल सेवा तलाशी अभियान का नेतृत्व कर रही है. दमकल के अधिकारियों ने कहा, कम से कम 34 लोग अभी भी लापता हैं. हालांकि, परिजन इलाके में नदी के किनारे कतारों में खड़े हो कर बेसब्री से उनके प्रियजनों के शव पानी से निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं.
(भाषा से इनपुट के साथ)