लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजों में बीजेपी को भारी बहुमत मिला, वहीं बहुजन समाज पार्टी को 402 में से केवल 1 सीट ही मिली. बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव के नतीजे आने से पहले अपनी सरकार बनने का दावा किया था. लेकिन रिजल्ट आने के बाद पार्टी को खाता खोलना तक भारी पड़ गया. इसके बाद नाराज मायावती ने अपना गुस्सा मीडिया पर उतारा है. उन्होंने घोषणा की है कि पार्टी का कोई भी प्रवक्ता टीवी डिबेट में शामिल नहीं होगा.
पार्टी प्रवक्ताओं को मिलेगी नई जिम्मेदारी
मायावती ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा कि यूपी विधान सभा आमचुनाव के दौरान मीडिया द्वारा अपने आकाओं के दिशा-निर्देशन में जो जातिवादी द्वेषपूर्ण व घृणित रवैया अपनाकर अम्बेडकरवादी बीएसपी मूवमेंट को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है, वो किसी से भी छिपा नहीं है. इस हालत में पार्टी प्रवक्ताओं को भी नई जिम्मेदारी दी जाएगी.
टीवी डिबेट में शामिल नहीं होंगे पार्टी प्रवक्ता
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के सभी प्रवक्ता सुधीन्द्र भदौरिया, धर्मवीर चैधरी, डॉ. एमएच खान, फैजान खान व सीमा कुशवाहा अब टीवी डिबेट आदि कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे.
‘बसपा ही भाजपा को रोकेगी’
इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने अपनी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर कहा था कि इस बार मुस्लिम समाज बसपा के साथ तो लगा रहा मगर इनका पूरा वोट समाजवादी पार्टी की तरफ शिफ्ट कर गया. इससे इस बार बसपा को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम-दलित वोट मिलते तो परिणाम अलग आए होते. हमको भरोसा है कि सफलता एक दिन हमारे कदम चूमेगी. बसपा ही भाजपा को रोकेगी. बसपा को मेहनत का फल नहीं मिला हम संघर्ष कर रहे हैं, संघर्ष रंग लाएगा. मायावती ने इसके साथ ही जनता, कार्यकतार्ओं व पदाधिकारियों का आभार जताया.
यूपी में बसपा को मिली करारी हार
बता दें कि गुरुवार को जारी हुए चुनाव परिणामों में भाजपा गठबंधन ने 273 सीटों पर जीत दर्ज की है. दूसरे नंबर पर पहुंची सपा ने 125 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का प्रदर्शन बहुत खराब हो गया है. बसपा को सिर्फ एक सीट पर जीत मिल सकी है.